प्रदेश सरकार के 700 करोड़ के कर्ज लेने के फैसले पर चुटकी लेते हुए नेता विपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ऋषि चार्वाक की तरह हैं। क्योंकि, वीरभद्र सिंह भी ऋषि चार्वाक की तरह नीति में विश्वास करते हैं कि जब तक जियो सुख से जियो, ऋण लेकर घी पियो। चार्वाक का मानना था कि पुनर्जन्म नहीं होता, इसलिए इसी जन्म में ही पूरा सुख भोग लो। इसी तरह वीरभद्र जानते हैं कि कांग्रेस चुनाव में हार जाएगी और सरकार नहीं बन पाएगी। इसलिए मुख्यमंत्री प्रदेश को कर्ज में डुबोने पर तुले हैं।
दिल्ली में सोमवार को होने जा रही राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में रवाना होने से पहले धूमल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश को 1 हजार करोड़ दिए, जिसका प्रदेश सरकार कोई उपयोग नहीं कर पाई। हजारों करोड़ रुपए का कर्ज प्रदेश पर चढ़ गया है और अब सरकार 700 करोड़ और कर्ज लेने की तैयारी कर रही है। इसकी जांच होनी चाहिए कि आखिर इतना कर्ज किसलिए लिया जा रहा है औऱ कहां पर इसी यूज किया जा रहा है।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के टिकट आवंटन को लेकर धूमल ने कहा कि हाईकमान ने अपने स्तर पर सर्वेक्षण किया है औऱ इस बार जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट मिलेगा। टिकट को लेकर कोई सिफारिश नहीं चलेगी। हाईकमान प्रदेश नेतृत्व से बात कर जल्द इस पर निर्णय लेगा।