विधानसभा सत्र के दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग और आईपीएच विभाग से संबंधित प्रश्न सदन में गूंजे। इस दौरान किन्नौर के विधायक जगत नेगी ने बसपा नदी के तटीकरण तो बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और सुक्खू ने स्वास्थ्य मंत्री को स्वास्थ्य संस्थान बंद करवाने बारे घेरा।
किन्नौर के विधायक जगत नेगी ने बसपा नदी के साथ जो गांव लगते हैं, वह हमेशा बाढ़ के साए में जीते हैं। इसलिए जल्द से तटीकरण का कार्य शुरू किया जाए। जवाब में आईपीएच मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि बसपा नदी के तटीकरण को लेकर डीपीआर का मामला केन्द्र सरकार से जुड़ा हुआ है। जिसका मुआयना करने के लिए पुणे से टीम आएगी और तब केन्द्र से ही इसकी मंजूरी मिलेगी।
दूसरे सवाल में बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और सुक्खू के प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आचार संहिता से पहले 103 हेल्थ संस्थान खोले। इनमें 52 ऐसे हैं जिनको अपग्रेड किया गया, जबकि 51 बिलकुल नए खोले गए। घोषणाएं कर दी गई उससे संस्थान नहीं चलते हैं, बल्कि उसके लिए मापदंड रखे जाने चाहिए। विपिन परमार ने बताया कि बिना बजट के ही स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए गए।
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि संस्थान के घोषणाओं से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है और जो जायज़ संस्थान हैं, उनको बनाया जाएगा। लेकिन मानदंडों की अवहेलना कर जो संस्थान खोले गए, वह उचित नहीं हैं ।