धर्मशाला में सोमवार को कांग्रेस की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रचार समिति के चैयरमैन पूर्व मंत्री जीएस बाली के साथ कांग्रेस के सभी नेता मौजूद रहे। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की 7 मार्च को होने वाली रैली को सफल बनाने के लिए नेता और कार्यकर्ता एक साथ काम कर रहे हैं। लोकसभा चुनावों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की नाकामियों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जाएगी। केंद्र सरकार ने चुनावों के दौरान जो वादे किए थे, उन्हें स्वयं बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जुमले कह चुके हैं।
पाटिल ने कहा कि रैली को ऐतिहासिक बनाया जाएगा, जिसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को टारगेट दिए गए हैं। केंद्र ने चुनावों के दौरान जो वादे किए थे, उन्हें धरातल पर नहीं उतारा गया है। पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार की असफलताओं के बारे में जनता को जागरूक किया जाएगा। किसानों की समस्याएं जस की तस हैं, बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा, वहीं महिलाओं को आरक्षण जैसे मुद्दे अभी भी लंबित पड़े हुए हैं। राफेल मामले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार को घेर रहे हैं, लेकिन केंद्रीय नेताओं से स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के मांगें जा रहे सबूतों के बारे में रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहले ही कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए और हम सब अपने नेता की बात पर अटल हैं। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीति शहीदों का अपमान होगा, ऐसे में सर्जिकल स्ट्राइक पर हमें कुछ नहीं कहना है।
पार्टी प्रत्याशियों के चयन में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की राय को लेकर पूछे गए सवाल पर रजनी पाटिल ने कहा कि पार्टी में वीरभद्र सिंह को बाजू नहीं किया जा सकता। पूर्व सीएम द्वारा हमीरपुर और मंडी संसदीय क्षेत्र में दखल के कयासों के जवाब पर पाटिल ने कहा कि वीरभद्र सिंह प्रदेश में 6 बार सीएम रहे हैं और पार्टी के सम्मानीय नेता हैं, ऐसे में उनकी राय तो पार्टी में अहम रहेगी ही।