मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से नाराज़ चल रहे वरिष्ठ मंत्री जीएस बाली ने आख़िकार गुस्सा थूक दिया है। शिमला में सीएम दफ्तर में तक़रीबन 3 घंटे चली बैठक के बाद उन्होंने संबंधों में जमी बर्फ़ के पिघलने का ऐलान किया। जीएस बाली ने कहा कि कांग्रेस के बीच सब कुछ ठीक है।
दरअसल, शनिवार सुबह ही जीएस बाली को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मिलने के लिए बुलाया। नाराज जीएस बाली और वीरभद्र सिंह के बीच मुलकात की कड़ी में हर्ष महाजन ने अहम भूमिका निभाई। हर्ष महाजन ने जीएस बाली को वीरभद्र सिंह से मुलकात के लिए मनाया और दोनों दिग्गजों की बैठक 3 घंटे तक चली।
गिला-शिकवा दूर होने के बाद परिहवन एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री जीएस बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ उनके 40 साल के संबंध हैं और वह उनके मंत्रीमंडल में कई बार मंत्री रहे हैं। ऐसे में मतभेद कभी-कभी हो जाते हैं। लेकिन, व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री के साथ उनका कोई मतभेद नहीं है।
आईटी टीचर मामले पर निकाला जाएगा हल: जीएस बाली
आईटी टीचर भर्ती पर ट्रिब्यूनल द्वारा लगाई गई रोक के सवाल पर बाली ने कहा कि आईटी टीचर पिछले लंबे समय से नियुक्तियो की मांग करते रहे है। जिसको देखते हुए सरकार ने कैबिनेट में इनकी भर्ती को हरी झंडी दी थी। चूंकि, अब मामला ट्रिब्यूनल के पास है इसलिए वह कुछ नही कहेंगे। लेकिन अगली कैबिनेट में किस तरह से इसका समाधान निकाला जाए इस पर चर्चा की जाएगी।