झीलों की नगरी उदयपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर आज से शुरू हो गया। इस चिंतन शिविर में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत देशभर के करीब 400 बड़े नेता शामिल हुए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव RS बाली ने भी उदयपुर में हो रहे ‘नव संकल्प’ शिविर में भाग लिया। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के भी कई पदाधिकारी शिविर में मौजूद रहे।
हाल ही में हुए पांच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए हिमाचल कांग्रेस में भी कई बड़े बदलाव किए हैं। ऐसे में अब राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का सबसे बड़ा चिंतन शिविर चल रहा है। कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य ये है कि अपने सभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक साथ लेकर चले।
ऐसे में इस चिंतन शिविर में हिमाचल कांग्रेस के दिग्गज नेता एक मंच पर नजर आए। साफ है कि चिंतन शिविर से कांग्रेस ये संदेश देने का प्रयास कर रही है कि पार्टी एकजुट है और आगामी विधानसभा चुनावों में भी पार्टी एकजुटता के साथ मैदान पर उतरेगी और सरकार बनाएगी।
बता दें कि उदयपर में तीन दिन तक कांग्रेस का चिंतन शिविर चलेगा। कांग्रेस के चिंतन शिविर के लिए विभिन्न मुद्दों पर बनी छह समितियों की बैठक होगी, जहां अलग-अलग बंद कमरों में होगी। इन छह समितियों में राजनीतिक प्रस्ताव, आर्थिक प्रस्ताव, किसानों के मुद्दे, सामाजिक न्याय, संगठन की मजबूती, युवा सशक्तिकरण जैसी थीमों पर चर्चा होगी। 14 मई को पूरे दिन छहों समितियों का अपना-अपना मंथन चलेगा। शाम को इन मंथनों के आधार पर सभी समितियां अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगी।
शिविर के आखिरी दिन सुबह छहों समितियां के संयोजक अपने अपने प्रस्तावों पर आधारित रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौपेंगे। उसके बाद इन प्रस्ताव पर कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में मुहर लगेगी। सीडब्ल्यूसी के बाद समापन सत्र में इन प्रस्तावों को अपनाने का ऐलान होगा। दोपहर बाद समापन सत्र में राहुल गांधी का संबोधन होगा, राहुल के बाद सोनिया गांधी का समापन भाषण होगा, जहां वह कांग्रेस नेताओं को चिंतन शिविर में लिए गए प्रस्तावों पर आधारित नव संकल्पों का संदेश देंगी।