उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री और एक प्रसिद्ध धार्मिक नेता सतपाल महाराज ने शान्ता कुमार के घर मिलने आए। उन्होंने शांता कुमार से उनकी धर्मपत्नी सन्तोश शैलजा के निधन पर संवेदना प्रकट की।
शान्ता कुमार ने उन्हें यह सुझाव दिया कि हिमाचल और उत्तराखंड मिलकर पर्यटन की नई योजनाएं बना सकते हैं। विश्व में तेजी के साथ बढ़ता हुआ उद्योग केवल पर्यटन उद्योग है। इस उद्योग से सबसे अधिक रोजगार सृज्जित होते हैं। हिमाचल और उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावना है।
शान्ता कुमार ने सतपाल महाराज का बहुत-बहुत धन्यवाद किया। शान्ता कुमार ने अपनी आत्मकथा ‘निज पथ का अविचल पंथी’ की एक प्रति महाराज को भेंट की।