कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने कहा है कि दिसंबर में कांग्रेस की सरकार बनते ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल करेगी। राजस्थान से इसकी शुरूआत वहां की गहलोत सरकार ने कर दी है। उन्होंने जयराम ठाकुर पर कर्मचारियों को अपनी मांगों के लिए आंदोलन करने पर धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने और हकों के लिए आंदोलन करने का अधिकार है लेकिन मुख्यमंत्री धमकी दे रहे हैं कि यदि आंदोलन किया तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि वह कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार करें।
पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्ष 2003 मेंइकोनॉमिक रिस्पांस के नाम पर तत्कालीन वाजपेयी सरकार ने राज्यों से पुरानी पेंशन का प्रावधान करके नया प्रावधान करने को कहा था जिसे उस वक्त की धूमल सरकार ने इसे विधानसभा में पारित करवाया। हमने उस समय इसका कड़ा विरोध किया था। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि कर्मचारियों के आंदोलन पदयात्रा को देखते हुए वह 2004 के बाद लगे कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करने के आदेश जारी करें।
कौल सिंह ने कहा कि दिसंबर में जैसे ही उनकी सरकार बनेगी, भूमि अधिग्रहण के लिए फेक्टर टू लागू होगा और चार गुणा मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सरकार ने 2015 में फेक्टर एक लागू किया था, स्वयं उन्होंने विधानसभा में इसकी जानकारी दी थी, तब विधानसभा में विपक्ष के विधायक होते हुए जयराम ठाकुर ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा था कि जब पैसा केंद्र सरकार दे रही है तो प्रदेश सरकार को चार गुणा देने में दिक्कत क्यों है। भाजपा ने यह भी कहा था कि उसकी सरकार बनी तो चार गुणा मुआवजा देंगे मगर भाजपा सरकार ने साढ़े चार साल में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।
उन्होंने जहरीली शराब, अवैध पटाखा फेक्टरी, बंगला देशी नागरिकों का प्रदेश में रहना, अवैध खनन, सीमेंट के दामों में बढ़ौतरी, ठेकेदारों की हड़ताल, पुलिस कर्मियों का मैस बहिष्कार, डाक्टरों की हड़ताल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व हेल्परों को नौकरी से निकालने आदि के मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार का साढ़े चार साल का कार्यकाल बेहद निराशाजनक रहा है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र बंद नहीं होने चाहिए, यदि इसे बंद ही करना है तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्कूलों में नौकरी दी जाए।
कौल सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े हैं। सराज और धर्मपुर को छोड़कर कहीं भी विकास के काम नहीं हो रहे हैं। भाजपा के विधायक भी इससे परेशान हैं। अपने क्षेत्र सराज में उन्होंने 12 हेलीपैड बनाए हैं । हैलीपैड आम आदमी की जरूरत नहीं है।
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