हमीरपुर में उत्तरी भारत के प्रसिद्व सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्व में चैत्र मास मेलों का आगाज हो चुका है। जिसके चलते हजारों की संख्या में दियोटसिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर में श्रद्धालु नतमस्तक होने के लिए पहुंच रहे हैं। बाबा बालक नाथ मंदिर में जालंधर से पहुंचा एक जत्था पिछले पांच दशक से बाबा जी के मंदिर में नतमस्तक होने के लिए पैदल नंगे पांव ही दियोटसिद्ध सिद्ध पहुंच रहा है।
श्रद्धालुओं की बाबा बालक नाथ मंदिर में बहुत ज्यादा आस्था है जिसके चलते हर वर्ष यह श्रद्धालु दियोटसि़द्व मंदिर में करीब 200 लोगों के साथ मंदिर में नतमस्तक होने के लिए पहुंचे हैं । इस बार भी चैत्र मास मेलों के दौरान जत्था जालंधर से पैदल ही बाबा के दरबार में आया है।
श्रद्धालुओं का जालंधर से एक जत्था पिछले 5 दशक से बाबाजी के मंदिर में नतमस्तक होने के लिए पहुंचता है। बीते 2 वर्ष पहले कोरोना माहमारी के कारण श्रद्धालुओं का जत्था मंदिर नहीं पहुंचा था लेकिन इस बार सरकार द्वारा कोविड-19 नियमों में ढील देने के बाद जत्था बाबा बालक नाथ मंदिर में पहुंचा है ।
बाबा बालक नाथ मंदिर पहुंचे जत्थे के सदस्य सुखदेव और सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि बाबा के दरबार में हर मनोकामना पूर्ण होती है। उन्होंने बताया कि नंगे पांव जत्थे के हर सदस्य बाबा के दरबार में हर साल आते है।