बड़सर उपमंडल के ज्योली देवी मंदिर में एक दिवसीय मेले का आयोजन किया गया। काफी संख्या में श्रद्धालु ज्योली देवी मंदिर में शीश निभाने के लिए पहुंचे। इस मंदिर की मान्यता है कि यहां पर मौजूद शिवलिंग का कुंड जितने पानी के घडों से भरा जाता है। उतने ही दिन बाद बारिश होती है यह एक पौराणिक मान्यता है। आज इसी परंपरा को ज्योली देवी पंचायत के बाशिंदों ने निभाया है।
बता दें कि क्षेत्र में बीते कई दिनों से बारिश नहीं हुई है। बारिश ना होने के चलते लोगों को गर्मी से बुरा हाल हो रहा है । तापमान 40 डिग्री से ज्यादा पहुंच चुका है हालात ऐसे हो चुके हैं की कुछ गांवों में दो सप्ताह से पानी की किल्लत काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।
ज्योली देवी मंदिर कमेटी अध्यक्ष अवतार सिंह ने बताया कि ज्योली देवी मंदिर में आज मेले का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि ज्योली देवी मंदिर की मान्यता है कि इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग का कुंड जितने पानी के घड़ों से भरता है उतने ही दिन में बारिश हो जाती है। इसी के चलते वीरवार को ग्रामीणों द्वारा इस पौराणिक परंपरा को निभाया गया है। उन्होंने बताया कि कुंड में 6 घड़े डाले गए हैं और अब क्षेत्र में 6 दिन बाद बारिश होगी।