Follow Us:

16 मई को लगने जा रहा साल का पहला चंद्रग्रहण, जाने क्यों कहा जा रहा इसे ब्लड मून

16 मई को साल का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन वैशाख मास की पूर्णिमा भी है। इस दिन चंद्रमा लाल रंग में नजर आएगा जिसे ब्लड मून कहा जाता है

डेस्क |

16 मई को साल का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन वैशाख मास की पूर्णिमा भी है। इस दिन चंद्रमा लाल रंग में नजर आएगा जिसे ब्लड मून कहा जाता है। वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टि से चंद्रग्रहण अहम घटना होती है।

बता दें कि चद्रग्रहण 16 मई को भारतीय समय के अनुसार सुबह 8:89 बजे से लेकर 10:23 बजे तक रहेगा। हालांकि भारत में इस चंद्र ग्रहण की दृश्यता शून्य होगी। जिस कारण से सूतक काल मान्य नहीं होगा। इस चंद्रग्रहण को यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्सों के अलावा दक्षिण अमेरिका और उत्तरी अमेरिका के पूर्वी हिस्सों में देखा जा सकेगा। वहीं, साल 2022 का दूसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा। चंद्र ग्रहण का समय दोपहर 1:32 मिनट पर शुरू होकर शाम में 7:27 मिनट पर समाप्त होगा।

इन राशि वालों पर पड़ेगा प्रभाव

चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है तो इस राशि पर सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा।. वृश्चिक राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। ग्रहण के कारण आपके मन में नकारात्मक विचार आ सकते हैं। धन का व्यय सोच समझ कर करें। विवाद आदि से भी दूर रहने का प्रयास करें। इस दिन धन, सेहत और संबंधों के मामले में सावधानी बरतें। जीवनसाथी से विवाद न करें।

जाने क्या होता है ब्लड मून-

चंद्रग्रहण पर जब चंद्रमा पूर्ण ग्रहण युक्त होता है तो ब्लड मून दिखता है। खगोलीय जानकारों के अनुसार, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो चंद्रग्रहण की घटना होती है। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चंद्रमा की रोशनी को ढक लेती है। जिसके कारण सूर्य की रोशनी जब पृथ्वी को वायुमंडल से टकराकर चंद्रमा पर पड़ती है तो यह ज्यादा चमकीला हो जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के पास पहुंचता है तो उसका रंग काफी चमकीला यानी गहरा लाल हो जाता है। इस घटना को ब्लड मून कहा जाता है।