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HPTDC का हेड ऑफिस अब धर्मशाला, जिन होटलों में ताले लगे थे, वहां अब पर्यटक रुकेंगे

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  • HPटीडीसी के 56 होटल होंगे रेनोवेट, बंद होटलों को लीज पर देने की तैयारी

  • HPTDC का हेड ऑफिस शिमला से धर्मशाला शिफ्ट करने का ऐतिहासिक निर्णय

  • करोड़ों की संपत्तियों को खोलने और पुनः उपयोग में लाने की योजना को CM की मंजूरी


शिमला। एचपीटीडीसी (हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम) के चेयरमैन और कैबिनेट मंत्री रैंकधारी आर. एस. बाली ने आज शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में एक ऐतिहासिक निर्णयों की श्रृंखला की घोषणा की। उन्होंने कहा कि HPTDC अब एक बड़े बदलाव की ओर बढ़ रहा है, जिसका सीधा फायदा पर्यटन उद्योग और राज्य की अर्थव्यवस्था को मिलेगा।

आर. एस. बाली ने जानकारी दी कि HPTDC की BOD (Board of Directors) मीटिंग में 56 होटलों को रेनोवेट करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए एक प्रोफेशनल कंसल्टेंट नियुक्त किया जाएगा, जो इन संपत्तियों के पुनरुद्धार की दिशा में तकनीकी और व्यावसायिक मार्गदर्शन देगा।

उन्होंने बताया कि बंद पड़े होटल, जिन पर करोड़ों की सार्वजनिक संपत्ति बेकार पड़ी थी, उन्हें अब लीज पर देने की योजना बनाई गई है। यह कदम न केवल राजस्व वृद्धि को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी सृजित करेगा।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस पूरे प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है, जिससे इन कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। आर. एस. बाली ने कहा कि “अब वो संपत्तियां जिनपर ताले लगे थे, उन्हें खोलने और रेनोवेट करने जा रहे हैं” – यह जनता की पूंजी को फिर से जनता के हित में लाने की दिशा में बड़ा और निर्णायक कदम है।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने सबसे बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि HPTDC के हेड ऑफिस को अब शिमला से धर्मशाला शिफ्ट किया जाएगा। यह निर्णय लंबे समय से लंबित था और अब सरकार ने इसे अमल में लाने का साहसिक निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि धर्मशाला में HPTDC के पास कुनाल होटल, कश्मीरी हाउस, रझयाणा सहित कई भवन खाली पड़े हैं, जिन्हें अब कार्यालय उपयोग में लाया जाएगा। इससे जहां भीड़भाड़ वाले शिमला से राहत मिलेगी, वहीं सरकारी भवनों का बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित होगा।

स्टाफ के लिए भी वहां भवन उपलब्ध हैं, जिससे कार्यालय संचालन में कोई अड़चन नहीं आएगी। आर. एस. बाली ने इस पूरी प्रक्रिया को “ऐतिहासिक परिवर्तन” करार दिया और कहा कि HPTDC को अब एक आधुनिक, प्रभावी और व्यावसायिक रूप देने का समय आ गया है।