श्रीलंका में सुबह से लगातार धमाकों का सिलसिला चल रहा है। अब तक कुल 8 धमाके हो चुके हैं। ईस्टर पर चर्च और होटलों को निशाना बनाया गया है। कम से कम 187 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 500 लोग घायल हुए हैं। कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की है।
श्रीलंका से प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि मृतकों में नौ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। बीबीसी सिंहला सेवा के संवाददाता अज़्जाम अमीन के मुताबिक कोलंबो में लगभग 50 लोगों की मौत हुई है। कोलंबो जनरल अस्पताल ने भी इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा बट्टिकोला में 25 लोगों की मौत हुई है और पुलिस के मुताबिक नेगंबो में मरने वालों की संख्या कम से कम 50 हो सकती है।
कोच्चादाई स्थित सेंट एंथोनी, बट्टिकोला और नेगोंबो चर्चों, जबकि कोलंबो में शांगरी ला स्टार, किंग्सबरी और सिनेमन ग्रांड होटलों में धमाके हुए हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने कहा है कि धमाके की जांच सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। उन्होंने लोगों से फ़ेक न्यूज़ पर विश्वास न करने की अपील की। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि सुरक्षा के मसले पर एक आपात बैठक बुलाई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बम धमाकों की निंदा करते हुए ट्वीट किया है, "श्रीलंका में भयानक धमाकों की कड़ी निंदा करता हूं। इस तरह की बर्बरता कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।"
नौ विदेशी नागरिकों की मौत
धमाकों में कई विदेशी नागरिकों के मारे जाने और घायल होने की भी ख़बर है। कोलंबो अस्पताल ने 9 विदेशी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। ईस्टर संडे ईसाई कैलेडर में एक बड़ा पर्व होता है और इस मौके पर चर्चों में बड़े पैमाने पर प्रार्थनाएं आयोजित होती है। सेंट एंथोनी और अन्य चर्चों में हज़ारों लोग ईस्टर की प्रार्थना के लिए एकत्रित हुए थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी सिंहला को बताया कि धमाके के बाद उसने बहुत सारे शवों को एक के ऊपर एक बिखरे देखा।
श्रीलंका रेड क्रॉस ने ट्वीट कर कहा है कि सोशल मीडिया में रेड क्रॉस इमारत पर हमले की ख़बर प्रसारित की जा रही है, जो कि ग़लत सूचना है। रेड क्रॉस ने लोगों से ग़लत सूचनाओं को प्रसारित करने से बचने की अपील की है।