कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को जर्मनी पहुंचे और वहां से मोदी सरकार पर करारा हमला बोला। बुधवार रात जर्मनी के हैम्बर्ग स्थित बूसेरियस समर स्कूल में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी के जरिए हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को तबाह करके रख दिया। साथ ही उन्होंने पीएम को गले लगाने पर कहा कि नफरत का जवाब नफरत से देना मूर्खता है। उससे किसी समस्या का हल नहीं निकलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने एमएसएमई के नकद प्रवाह को बर्बाद कर दिया और अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोग बेरोजगार हो गए। बड़ी संख्या में छोटे व्यवसायों में काम करने वाले लोगों को वापस अपने गांव लौटने को मजबूर होना पड़ा। इससे लोग काफी नाराज़ हैं। लिंचिंग के बारे में जो कुछ भी हम सुनते हैं, वो इसी का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि भारत में रोजगार की बड़ी समस्या है, लेकिन प्रधानमंत्री उस पर बात नहीं करना चाहते। चीन हर रोज पचास हजार लोगों को रोजगार देता है, जबकि भारत में रोजाना 400 लोगों को ही रोजगार मिलता है।
इसके अलावा कार्यक्रम में राहुल ने महिला सुरक्षा, दलित मसले और मॉब लिंचिंग पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ों को अब सरकारी लाभ नहीं मिलता। गरीबों की योजनाओं का पैसा अब महज चंद बड़े कॉरपोरेट को दिए जा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि भारत चीन के मुकाबले अमेरिका के ज्यादा करीब है, फिर भी भारत अपने हित में फैसले लेगा।
बता दें कि राहुल गांधी जर्मनी के दौरे पर हैं। उनके इस दौरे का मकसद वहां रह रहे छात्रों और भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद करना है। बुधवार रात राहुल गांधी ने जर्मनी के हैम्बर्ग स्थित बूसेरियस समर स्कूल में छात्रों को संबोधित किया और फिर उनके सवालों के जवाब दिए। उनको सुनने के लिए काफी संख्या में छात्र पहुंचे थे।