चीन में कोरोना महामारी विकराल रूप लेने लगी है। ऐसे में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने चीन में विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों को पड़ोसी देश द्वारा लागू कोविड संबंधित यात्रा पाबंदियों से ”अवगत” होने की सलाह दी है। कहा है कि इसके चलते कई छात्र अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए वहां नहीं लौट सके हैं। यूजीसी ने यह भी कहा कि पाबंदियों में कोई ढील नहीं दी गयी है और चीनी प्राधिकारियों ने बताया है कि पाठ्यक्रमों की पढ़ाई ऑनलाइन होगी।
यूजीसी ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा कि बहरहाल, नियमों के अनुसार, यूजीसी और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) पूर्व अनुमति के बिना केवल ऑनलाइन माध्यम से किए गए ऐसे डिग्री पाठ्यक्रमों को मान्यता नहीं देती है। यह नोटिस ऐसे वक्त जारी किया गया है, जब इससे पहले कुछ चीनी विश्वविद्यालयों ने मौजूदा और आगामी अकादमिक वर्षों के लिए विभिन्न डिग्री पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नोटिस जारी किए हैं।
यूजीसी ने कहा, ”इस संदर्भ में किसी भी संभावित छात्र को यह जानकारी होनी चाहिए कि चीन सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर सख्त यात्रा पाबंदियां लागू कर रखी है और नवंबर 2020 से सभी वीजा निलंबित कर दिए हैं। बड़ी संख्या में भारतीय छात्र इन पाबंदियों के कारण अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए चीन नहीं लौट पाए हैं।”
इसने कहा कि पाबंदियों में कोई ढील नहीं दी गयी है और चीनी प्राधिकारियों ने बताया है कि पाठ्यक्रमों की पढ़ाई ऑनलाइन होगी। यूजीसी ने नोटिस में कहा है, ”मौजूदा नियमों के अनुसार, यूजीसी और एआईसीटीई बिना पूर्व अनुमति के केवल ऑनलाइन माध्यम से किए गए ऐसे डिग्री पाठ्यक्रमों को मान्यता नहीं देते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए छात्रों को सोच-समझकर यह विकल्प चुनने की सलाह दी जाती है कि वे कहां से उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, ताकि उन्हें रोजगार या उच्चतर शिक्षा में आगे दिक्कतें नहीं हो।”