इक्वाडोर के गुआयाक्विल शहर की लिटोरल जेल में शनिवार को कैदी आपस में भिड़ गए. लड़ाई में 68 कैदियों की मौत हो गई है. यह हादसा जेल के पैविलियन 2 में हुआ जहां करीब 700 कैदी रखे गए हैं. कैदियों की लड़ाई में विस्फोटकों और चाकू का इस्तेमाल हुआ. गद्दे भी जलाए गए.
इक्वाडोरियन प्रेसिडेंट गिलेरमो लास्सो ने ट्वीट किया कि उन्होंने एक सिक्योरिटी कमेटी को घटना की जांच करने का आदेश दिया है. इक्वाडोर की जेलों में विरोधी गुटों के बीच लड़ाई सामान्य है. इस साल अब तक इन लड़ाइयों में 300 से ज्यादा कैदियों की मौत हुई है. लिटोरल पेनिटेंशियरी में 29 सितंबर को एक और लड़ाई हुई थी, जिसमें 118 कैदियों की मौत हुई थी.
पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस घटना में कई कैदी भी घायल हुए. सुरक्षाबलों ने कुछ विस्फोटक और बंदूकें जब्त की है. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें कुछ शव जले हुए, जमीन पर पड़े दिख रहे हैं.
अक्तूबर में राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो द्वारा राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया गया था, जो सुरक्षा बलों को मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधों से लड़ने का अधिकार देती है. इस घटना के बाद बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां हुईं. जेल में हिंसा की इस घटना के पीछे अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह से जुड़े लोगों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इक्वाडोर की जेलों में इस घटना से पहले इस साल अब तक 230 मौतें हुई हैं.
इससे पहले सितंबर के अंत में इक्वाडोर की जेल में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. दर्जनों लोग घायल हुए हैं. पुलिस और सेना को हालात काबू में कई घंटे लग गए. जेल के अंदर खूनी संघर्ष में बम, गोली, चाकू सब चले. राष्ट्रीय अभियोजक के कार्यालय ने कहा है कि कम से कम छह लोगों के सिर काट दिए गए, दो पुलिस अधिकारी भी बुरी तरह घायल हुए हैं.
वहीं, 23 फरवरी को, गुआयाकिल सहित चार जेलों में एक साथ हुए दंगों में 79 कैदी मारे गए थे, जिनमें से कई का सिर कलम कर दिया गया. लेकिन एक बार फिर से इसी तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए.