रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जिद देश के अबरपतियों पर भारी पड़ती जा रही है। गुरुवार को पुतिन ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई करने का आदेश दिया और देश के अमीरों के बुरे दिन शुरू हो गए। दोनों देशों के बीच युद्ध के चार दिन बीत चुके हैं और इस दौरान रूसी अरबपतियों को 126 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है।
यूक्रेन पर हमले के एलान के साथ ही गुरुवार को शेयर बाजार के लिए ब्लैक मंडे के बाद सबसे बुरा दिन रहा और देश का शेयर बाजार भरभराकर गिर गया। इस गिरावट की वजह से एक दिन में ही रूसी अरबपतियों की संपत्ति में बड़ी गिरावट आई। युद्ध का असर सिर्फ शेयर बाजार पर ही नहीं पड़ा, बल्कि इसके असर से रूसी करेंसी रूबल का भी बुरा हाल हो गया और इसने अपने सर्वकालिक निचले स्तर का छू लिया। सोमवार को भी रूबल में बड़ी गिरावट आई और यह डॉलर के मुकाबले 30 फीसदी से ज्यादा कमजोर हो गया। एक ओर जहां युद्ध रूस के सबसे अमीरों को कंगाल बनाता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को क्रेमलिन में एक बैठक के दौरान देश के शीर्ष व्यापारिक नेताओं से कहा कि जो हो रहा है वह बेहद जरूरी है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा बुलाई गई इस बैठक में देश के कम से कम 13 शीर्ष अरबपति मौजूद थे। पुतिन ने उनसे कहा कि हमारे पास अन्यथा करने का कोई मौका नहीं बचा था। इस संबंध में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक के दौरान पुतिन ने अरबपतियों से अपने ही अंदाज में बात की और किसी भी अरबपति ने उनकी बात पर कोई टिप्पणी करने की हिमाकत नहीं की। भले ही उन्हें रूस-यूक्रेन के बीच जारी इस युद्ध के चलते बड़ा नुकसान क्यों न उठाना पड़ा हो।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बीत 16 फरवरी के बाद से रूस और यूक्रेन संकट के कारण देश के 116 अरबपतियों को 126 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है। अगर ये युद्ध और आगे खिंचता है तो इनकी दौलत में और भी गिरावट आएगी।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि गुरुवार को यूक्रेन पर आक्रमण शुरू होने के बाद रूस का मोएक्स इंडेक्स 33 फीसदी तक टूटकर बंद हुआ था और रूबल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिरने के बाद बंद हुआ था। सिर्फ, गुरुवार को ही अरबपतियों को अनुमानित 71 अरब डॉलर का भारी नुकसान उठाना पड़ा था। गुरुवार को रूस के पांच सबसे अमीर अलेपेरोव, मिखेलसन, मोर्दशोव, पोटानिन और केरीमोव को सबसे ज्यादा घाटा हुआ।