178 साल पुरानी ब्रिटेन की दिग्गज ट्रैवल कंपनी थॉमस कुक ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है। इससे कंपनी के 22 हजार लोग बेरोजगार हो गए हैं और 1.5 लाख वे यात्री भी मुश्किल में फंस गए हैं जो कंपनी के पैकेज पर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों की यात्रा पर हैं। कंपनी की सभी उड़ानें रद्द हो गई है जिसके बाद ब्रिटेन सरकार यात्रियों को वापस लाने की कोशिश में लगी है। कंपनी ने कारोबारी घाटे से उबरने के लिए कई तरह के प्रयास किए लेकिन दिवालिया होने से बचने के लिए निजी निवेशकों से 25 करोड़ डॉलर की राशि जुटाने की कोशिश की।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि तमाम गंभीर प्रयासों के बावजूद कंपनी के शेयरधारकों और कर्जदाताओं के बीच समझौता नहीं हो पाया। इसके बाद बोर्ड ने यह निर्णय लिया कि तत्काल दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के अलावा और कोई चारा नहीं है। थॉमस कुक इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा है कि यहां कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है। दरअसल थॉमस कुक इंडिया का 77 फीसदी हिस्सा 2012 में कनाडा के ग्रुप फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग ने खरीद लिया था। तब से थॉमस कुक यूके का थॉमस कुक इंडिया में कोई हिस्सा नहीं है।
थॉमस कुक के सीईओ पीटर फ्रैंकहॉजर ने इसे 'गहरे दुख का दिन' बताया है। उन्होंने कहा कि यह मेरे और पूरे बोर्ड के लिए बेहद खेद की बात है कि हम सफल नहीं हो पाए। यह उस कंपनी के लिए वास्तव में बहुत गहरे दुख की बात है, जो पैकेज हॉलिडे की अगुआ रही है और जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए यात्रा को सफल बनाया है।