देश-प्रदेश में चुनावों का दौर जारी है. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के कोने-कोने में जाकर चुनावी प्रचार करने की रणनीति तय कर ली है और चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने इलेक्शन कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में 14 सदस्यों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.
इसी कड़ी में कांगड़ा से रोजगार संघर्ष यात्रा का आगाज होने जा रहा है. 20 और 21 अगस्त को कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव आरएस बाली रोजगार संघर्ष यात्रा की शुरुआत करेंगे. इसको लेकर उन्होंने धर्मशाला में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा और हिमाचल यूथ कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी मौजूद रहे.
आरएस बाली ने क्या कहा?
प्रेस वार्ता में AICC सचिव RS बाली ने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी हद तक जा सकती है. आरएस बाली ने कहा कि रोजगार संघर्ष यात्रा का ऐलान 27 जुलाई को किया गया था और आज का जो दिन चुना है जाकि भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती का दिन हमारे सब के लिए बहुत बड़ा दिन हैं. आरएस बाली ने कहा ऐसे नेता जिन्होंने हमारा मार्गदर्शन किया. देश को ऐसी सोच दी है. तो ऐसे महान नेता की जंयती के दिन रोजगार संघर्ष यात्रा के पहले चरण को लॉन्च करने का निर्णय लिया है.
अलका लांबा ने क्या कहा?
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने प्रेस वार्ता में केंद्र सरकार पर हल्ला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जो बेरोजगारी, मंहगाई का बम फोड़ है. उस बम को कांग्रेस पार्टी के नेता डिफ्यूज करेंगे और यह बम है क्या? “ब” से बेरोजगारी और “म” से मंहगाई. उन्होंने कहा इस बम को कांग्रेस “रोजगार सघंर्ष यात्रा” के माध्यम से डिफ्यूज करेगी.
निगम भंडारी ने क्या कहा?
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के यूथ अध्यक्ष निगम भंडारी ने युवाओं को इस रोजगार सघंर्ष यात्रा में शामिल होने की अपील की. उन्होंने कहा कि जैसे पिछले कुछ सालों में कांग्रेस का साथ दिया है वैसे ही हमेशा देते रहें.
आपको बता दें, आरएस बाली ने अपने पिता एवं पूर्व मंत्री जीएस बाली के जन्मदिन पर रोजगार संघर्ष यात्रा का ऐलान किया था और लोगों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की भी थी. ये यात्रा चामुड़ा मंदिर से माथा टेकने के बाद धर्मशाला के लिए निकलेगी. धर्मशाला पहुंचने के बाद शाहपुर, शाहपुर से नूरपूर, नूरपूर से होते हुए फतेहपुर, जवाली, इंदौरा होते हुए अलग-अलग जगह से यात्रा निकलेगी. इस रोजगार सघंर्ष यात्रा को निकालने का उद्देश्य जो घर में बैठा लाचार बेरोजगार है. उसको बेरोजगार से रोजगार बनाना है.