एआईसीसी की प्रवक्ता अल्का लांबा ने एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को सता में लाने की तैयारी कर ली है. मंडी में एक प्रैस कांफ्रेंस में अल्का लांबा ने कहा कि इसकी शुरूआत मंडी लोकसभा के साथ हिमाचल तीन उपचुनाव हो गई है, जहां भाजपा की डबल इंजन की सरकार बेरोजगारी और मंहगाई के मुद्दे पर औंधे मुंह आकर गिरी. उन्होंने कहा कि जयराम कह रहे हैं कि कांग्रेस का तंबू उखड़ेगा, लेकिन कांग्रेस का तंबू नहीं, मंडी के साथ-साथ हिमाचल की जनता ने भाजपा के तंबू उखाड़ने की पूरी तैयारी कर ली है.
अल्का लांबा ने भाजपा पर उज्जवला गैस योजना के तहत लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया. अल्का लांबा ने कहा कि रामपुर में स्मृति ईरानी महिला सम्मेलन के लिए आई थीं, लेकिन महिला सम्मान के नाम पर हुए इस कार्यक्रम में मंच पर तीन महिलाएं भी नहीं दिखी. महिलाओं को सम्मान की बात तो दूर, मंच पर महिलाओं को जगह भी नहीं दी गईं.
अल्का लांबा ने आजादी के 75 साल के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मंडी में अमृत महोत्सव के नाम पर होने वाले कार्यक्रम के लिए पूरा मंडी भाजपा के झंडों से अट्टा पड़ा था. लेकिन तिरंगा कहीं भी नहीं दिखा. सरकारी खजाने की लूट कर करवाए जा रहे इन अमृत महोत्सवों में में न तो स्वतंत्रता सैनानियों की तस्वीरें और न ही राष्ट्रीय तिरेंगां इनमें दिख रहा.
अल्का लांबा ने कहा है कि सदर विधान सभा मंडी में कालेज की 22 जून 2016 को स्व. वीरभद्र सिंह ने नींव रखी थी, लेकिन छह साल बाद भी यह ईमारत अधूरी पड़ी है. सदर से विधायक भाजपा के है. जवाब दें कि छह साल में तैयार क्यों नहीं हुआ है. इसके लिए फंड नहीं दिया गया. 15 करोड़ में से मात्र 5 करोड़ मिला. उन्होंने कहा कि जनता ने जयराम सरकार को मंडी से विधायक दिए, लेकिन जयराम ने मंडी सदर के लोगों को धोखा दिया है. जनता जयराम ठाकुर से बदला लेने के लिए तैयार है.
अल्का लांबा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कठपुतली बताया. उन्होंने कहा कि हिमाचल में क्या फैसलें होंगे कब होंगे, ये जयराम के हाथ में नहीं है. जयराम ठाकुर केंद्र की, वहां पर बैठे नेताओं के हाथों की कठपुतली है, यह हिमाचल की जनता को पूरा विश्वास हो चुका है.
अल्का लांबा ने जयराम ठाकुर पर हमला बोलते हुआ कहा कि उनका खुद के प्रशासनिक अधिकारियों पर जोर नहीं रहा, वरना एक मुख्यमंत्री को अपने प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं कहना पड़ता कि आप लक्ष्मण रेखा के अंदर रहें, आप लक्ष्मण रेखा पार न करें. उन्होंने कहा कि जिस सरकार में सीएम की पकड़ नहीं, वो जनता के क्या काम कर रहा होगा, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है.
अल्का लांबा ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में भाजपा कार्यकर्ताओं को भरने के लिए सरकारी बसें लगाकर आम लोगों को उन निजी बसों के सहारे छोड़ा जा रहा है जो कि नियमों और कानूनों का उल्लंघन कर दौड़ रही हैं. उन्होंने कहा कि रविवार को चयन आयोग की लिपिक की परीक्षा के लिए मंडी में परीक्षार्थियों की भीड़ लगी हुई थी. युवक सरकारी बसों का इंतजार घंटों करते रहे लेकिन बसें नहीं मिली. परीक्षार्थियों को इन परीक्षा केंद्रों में पहुंचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. कई पैदल तो कई आटो या अन्य माध्यमों से जैसे तैसे पहुंचे. युवाओं ने पूछने पर बताया कि सारी सरकारी बसें सरकाघाट, करसोग में सीएम की रैलियों के लिए वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं को भरने के लिए भेजी गई हैं.
अल्का लांबा ने बागवानों से हो रही लूट पर भी भाजपा सरकार को घेरा. हम दो हमारे दो की सरकार ने इस पूरे देश में दो पूंजपतियों मित्रों के साथ लूट मचाई है. बागवान सड़कों पर आंदोलित है. बागवानों से इस कदर लूट की जा रही है कि हिमाचल में 60 रुपए में खरीदे जाने वाले सेब 500 से 600 किलो बिक रहा है. भाजपा सरकार ने बागवानों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया.