सर्विस वोटरों को मतपत्र ना मिलने पर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत की है और मांग की है कि चुनाव आयोग सभी सर्विस वोटरों को डाक मत पत्र उपलब्ध करवाए. क्योंकि कुछ जिलों में सर्विस वोटरों को मतपत्र नहीं मिले हैं. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने सर्विस वोटरों के मतपत्र जल्द वापिस भेजने के लिए आयोग से सरकारी मशीनरी को जरूरी दिशा निर्देश देने की मांग की है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि लोकतंत्र ने सभी को वोट देने का अधिकार है. इसलिए चुनाव आयोग सभी सर्विस वोटरों को मतपत्र उपलब्ध करवाने के साथ साथ 8 दिसबंर से पहले उनकी वापसी भी सुनिश्चित करवाए. सिरमौर और बिलासपुर में कुछ कर्मचारियों को मतपत्र ना मिलने के मामले भी सामने आए हैं. जिसको लेकर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए.
हिमाचल प्रदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा है कि चुनाव आयोग का काम सर्विस वोटरों को मतपत्र मुहैया करवाना है. जो पहले ही आयोग भेज चुका है. चुनाव के लिए 59 हजार के करीब कर्मचारियों की ड्यूटी लगी हुई थी. जिन्हें मतपत्र भेज दिए गए हैं और उनमें से 40 हजार वापिस भी पहुंच चुके हैं.
इसके अलावा 80 साल से अधिक और पीडब्ल्यूडी वोटरों के मतपत्र की प्रकिया पहले पूरी की जा चुकी है. जबकि 19 हजार सर्विस वोटर के मतपत्र भी आयोग के पास पहुंच गए हैं. वहीं चुनाव आयोग ने डाक विभाग के साथ बैठक कर पोस्टल बैलट को समय पर पहुंचाने के लिए जरूरी निर्देश दे दिए है. जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायतें निपटाने के भी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.
हिमाचल प्रदेश में कुल मिलाकर 1 लाख 27 हजार 287 सर्विस वोटर है. इनको डाक मतपत्र के माध्यम से अपने मत का प्रयोग करना होता है. इसमें चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारी व सेना के जवान शामिल हैं.