कांगड़ा जिले के परागपुर में मुख्यमंत्री ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए क्षेत्र में विकास-योजनाओं की बाढ़ लाने का ऐलान किया। उन्होंने जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 110 करोड़ रुपये विकास-कार्यों पर खर्च करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए हर पहलू पर काम कर रही है। कैबिनेट की पहली ही बैठक में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए आयु सीमा 80 से घाटकर 70 कर दिया गया। इस फैसले से 1 लाख 30 हजार बुजुर्गों को लाभ पहुंचा है। मुख्यमंत्री के मुताबिक उनके इस फैसले से प्रदेश पर 200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ भी बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को प्रगति पर ले जाने के लिए बजट में कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं और इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी सरकार हर स्थिति को बेहतर प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए कोशिश कर रही है।
कानून-व्यवस्था पर फिर पुराना राग
मुख्यमंत्री ने विकास-कार्यों का जिक्र करने के बाद फिर से पुराना राग छेड़ा। उन्होंने प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर पूर्व की सरकारों की चर्चा फिर से की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों में क्राइम ग्राफ भी नोट किया जाना चाहिए। गुड़िया प्रकरण ने प्रदेश को पूरी दुनिया में शर्मसार किया।
गौरतलब है कि विपक्ष प्रदेश में लगातार बिगड़ती कानून-व्यवस्था के लिए वर्तमान सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। वैसे मुख्यमंत्री को यह मान लेना चाहिए कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है और इसी खराब स्थिति को सही करने के लिए जनता ने उनकी पार्टी को वोट किया था।