● वर्ष 2025 का पहला सूर्य ग्रहण, भारत में नहीं होगा दृश्य
● चैत्र अमावस्या पर शनि देव का राशि परिवर्तन, कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या का असर
● शनि अमावस्या पर विशेष पूजा का महत्व, दान-पुण्य से मिलेगी पितृदोष से मुक्ति
साल का पहला सूर्य ग्रहण आज: 2025 का पहला सूर्य ग्रहण आज 29 मार्च को लग रहा है। यह ग्रहण चैत्र अमावस्या के दिन दोपहर 2:20 बजे से शुरू होकर शाम 6:13 बजे तक रहेगा। हालांकि, यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में दिखेगा।
शनि का राशि परिवर्तन:
आज रात्रि 11:01 बजे शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ से मीन में गोचर करेंगे। इस परिवर्तन से कुछ राशियों को राहत मिलेगी, जबकि कुछ के लिए कठिन समय शुरू होगा। मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रभावी होगी, वहीं कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। इससे इन राशियों के जातकों को अधिक सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी।
चैत्र अमावस्या का महत्व:
चैत्र अमावस्या को पितृ तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करने से पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। जो लोग पितृ दोष से ग्रसित हैं, उनके लिए यह दिन बेहद खास माना जाता है। गंगा स्नान, दान-पुण्य और हवन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
शनिवार और शनि अमावस्या पर विशेष उपाय:
आज शनि अमावस्या होने के कारण, शनि देव की कृपा पाने के लिए श्रद्धालुओं को शनिवार व्रत, तिल-उड़द का दान, सरसों तेल से दीप जलाना और शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए। विशेष रूप से जो लोग साढ़ेसाती और ढैय्या से प्रभावित हैं, वे इस दिन गरीबों को भोजन कराएं, काले कपड़े, काले तिल, और लोहे की वस्तुओं का दान करें।
आज के शुभ मुहूर्त:
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ब्रह्म मुहूर्त: 04:42 AM – 05:29 AM
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अभिजीत मुहूर्त: 12:01 PM – 12:51 PM
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अमृत काल: 03:11 PM – 04:36 PM
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विजय मुहूर्त: 02:30 PM – 03:19 PM
राशियों पर प्रभाव:
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मीन, कर्क, वृश्चिक: सतर्क रहें, बड़े फैसलों को टालें
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मकर, कुंभ: साढ़ेसाती के अंतिम चरण में सुधार की संभावना
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वृषभ, मिथुन: आर्थिक लाभ, नौकरी में तरक्की
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धनु, सिंह: कार्यों में रुकावटें, परिश्रम से सफलता



