➤ शिमला में दो घर ढहे, बाप-बेटी और वृद्ध महिला की मौत
➤ 10 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, 662 सड़कें ठप
➤ आज और कल भारी बारिश का रेड अलर्ट, 3 सितंबर से राहत के आसार
हिमाचल प्रदेश में मौसम का कहर लगातार गहराता जा रहा है। बीती रात शिमला जिले के जुन्गा क्षेत्र में एक मकान ढहने से पिता-पुत्री की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी संयोग से घर से बाहर होने के कारण बच गई। इसी तरह कोटखाई में भूस्खलन से एक घर गिरने पर वृद्ध महिला कलावती की जान चली गई। रोहड़ू के दयार मोली गांव में भी भूस्खलन के चलते चार परिवारों को रातों-रात सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा।

मौसम विभाग ने आज और कल प्रदेश के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में रेड अलर्ट है, जबकि चंबा, कुल्लू और शिमला में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। स्थिति को देखते हुए शिमला, सिरमौर, सोलन, कांगड़ा, मंडी, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना और कुल्लू के बंजार, मनाली और कुल्लू सब-डिवीजन के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। कुल्लू में 2 सितंबर को भी छुट्टी रहेगी।

भारी बारिश की वजह से चंडीगढ़-मनाली फोरलेन समेत चार नेशनल हाईवे और 800 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। इनमें से 600 से अधिक सड़कें एक सप्ताह से ठप हैं, जिससे ग्रामीणों और पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

अगले दो दिन तक हालात और गंभीर रह सकते हैं। 2 सितंबर को मंडी, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा में रेड अलर्ट रहेगा। इसके बाद 3 सितंबर से बारिश का असर थोड़ा कमजोर होगा और 4-5 सितंबर को किसी भी जिले में अलर्ट जारी नहीं रहेगा।

इस मानसून में अब तक 35 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज हुई है, जबकि अगस्त महीने में औसतन 72 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। यही कारण है कि इस बार बारिश जान और माल दोनों के लिए आफत बन चुकी है।



