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पेंशन न मिलने से भड़के एचआरटीसी पेंशनर, मेडिकल बिल और एरियर के भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन

➤ पेंशन में देरी पर एचआरटीसी पेंशनरों का शिमला में विरोध
➤ मेडिकल बिल, एरियर और डीए भुगतान की उठी मांग
➤ 28 नवंबर को विधानसभा घेराव की चेतावनी


शिमला। हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एचआरटीसी) के पेंशनरों में सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी उभर आई है। शुक्रवार को शिमला के पुराने बस स्टैंड पर बड़ी संख्या में पेंशनरों ने एकजुट होकर जोरदार नारेबाजी और धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 20 नवंबर तक भी उनकी पेंशन जारी नहीं हुई, जिसके कारण हजारों पेंशनधारकों को गहरे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।

धरने में शामिल पेंशनरों ने बताया कि न केवल पेंशन में देरी हो रही है, बल्कि महीनों से लंबित पड़े मेडिकल बिल, डीए और नए वेतनमान 2016 के एरियर का भुगतान भी अटका हुआ है। कई पेंशनरों का कहना था कि बीमारी और उम्र की कठिनाइयों के बीच उन्हें दवाइयों और इलाज के लिए अपनी जमा बचत खर्च करनी पड़ रही है, जबकि सरकार उनकी समस्याओं को लगातार नजरअंदाज कर रही है।

धरने का नेतृत्व कर रहे एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संगठन के महासचिव देवराज ठाकुर ने कहा कि सरकार की लगातार अनदेखी के चलते पेंशनरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार वादों और घोषणाओं के बावजूद पेंशन समय पर जारी नहीं की जा रही। उनका कहना था कि पुराने पेंशनरों को भी हर महीने देरी का सामना करना पड़ रहा है।

देवराज ठाकुर ने कहा — “मुख्यमंत्री ने एचआरटीसी की स्वर्ण जयंती पर कई घोषणाएं की थीं, लेकिन वे धरातल पर अब तक लागू नहीं हुईं। कांग्रेस सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम वापस लाने और पेंशनधारकों को राहत देने का वादा किया था, लेकिन आज पेंशनधारक समय पर भुगतान के लिए तरस रहे हैं।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि जल्द पेंशन और मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं किया गया, तो 28 नवंबर को विधानसभा का घेराव किया जाएगा।

गौरतलब है कि प्रदेश में लगभग आठ हजार एचआरटीसी पेंशनर हैं, जिन्हें हर महीने पेंशन भुगतान, एरियर और भत्तों में देरी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि सरकार जल्द ठोस कदम नहीं उठाती, तो आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा और मजबूरन यह विरोध प्रदेशभर में फैलाया जाएगा।