लॉकडाउन 5.0 के तहत नियमों में मिली छूट के बाद हिमाचल प्रदेश में सोमवार से बस सेवाएं शुरू हो गई है। करीब 70 दिन बाद बस सेवा शुरू हो पाई है। सरकार से मिली अनुमति के बाद पूरे इंतजाम के साथ बस सेवाएं फिर से शुरू हुई हैं। हालांकि पहले दिन बसों में इक्का दुक्का ही यात्री नजर आए। वैसे लोग अभी तक बसों के चलने का इंतजार करते रहे। लेकिन पहले दिन अधिकांश बसें बिल्कुल खाली दिखीं। इसका मुख्य कारण अभी तक कोरोना महामारी के बढ़ते मामले भी हैं।
जिला बिलासपुर में घुमारवीं बस स्टैंड में भी बसों में अनुमान से बहुत ही कम यात्री दिखे। हलांकि सोमवार को बिलासपुर जिला में निजी बस ऑपरेटरों ने अपनी बसों को नहीं चलाया। लेकिन युनियन के प्रधान राजेश पटियाल ने कहा कि जिला में मंगलवार से निजी बस ऑपरेटर अपनी बसों को चला सकते हैं। इसके लिए वह आरटीओ कार्यालय से मास्क, सेनेटाइजर किट प्राप्त कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को बस संचालन की पूरी तैयारी कर चुके हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें खाली नजर आई। हालात ये हो गए कि पहले दिन बसें यात्रियों के लिए तरस गई। घुमारवीं बस स्टैंड पर इक्का दुक्का ही यात्री थे और लोगों की भीड़ भी नहीं थी।
बस स्टैंड को जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस का पहरा लगा हुआ था। सिर्फ एक रास्था था जहां से बस स्टैंड में लोगों की एंट्री हो रही थी। वहां पर मेडिकल स्टाफ लोगों की स्क्रीनिंग करके उन्हें बस में बैठने की अनुमति दे रहा था। बता दें कि अढ़ाई माह बाद आज बस सेवा बहाल हुई है। अधिकतर बसों में 4 से 5 ही सवारियां थी, जबकि कई बसें खली ही नजर आ रही थी।