पिछले करीब डेढ़ साल से बिजली बोर्ड द्वारा दृष्टीबाधित के पदों का परिणाम घोषित न करने पर दृष्टिबाधित संघ मुखर हो गया है। शुक्रवार को प्रदेशभर के दृष्टिबाधितों ने शिमला में वेलफेयर मुख्यालय के घेराव के साथ धरना प्रदर्शन किया और जल्द परिणाम निकालने की मांग की। संघ ने आरोप लगाया है कि डेढ़ वर्ष से बिजली बोर्ड में दृष्टिबाधितों के पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन विभाग परिणाम नहीं निकाल रहा है। अब यदि जल्द परिणाम नहीं निकाला जाता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
प्रदेश दृष्टिहीन जन संगठन के महासचिव लक्की चौहान ने कहा कि बिजली विभाग में सरकार ने दृष्टिहीन के लिए बिजली बोर्ड में 2019 में पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की गई थी जिसमे 2020 में सभी आवदेन हुए लेकिन अभी तक परिणाम नहीं निकाला गया। कई बार बिजली बोर्ड के निदेशक से मिले और परिणाम निकालने की गुहार लगाई गई लेकिन परिणाम नहीं निकाला गया है। मजबूर होकर आज वेलफेयर विभाग के बाहर धरना देना पड़ा।
उन्होंने कहा कि वेलफेयर विभाग द्वारा ही उनकी पोस्टें निकाली जाती है जिसके चलते यहां पर धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा की दृष्टिहीन पिछले डेढ़ साल से रोजगार का इतंजार कर रहे है लेकिन बिजली बोर्ड के नकारात्मक रवैये से दृष्टिहीनों को रोजगार से वंचित रखा जा रहा है । उन्होंने कहा कि अब जब तक परिणाम नही निकाला जाता है तब तक यही धरने पर बेठे रहेगे।