शिमला के आईजीएमसी में हमीरपुर की महिला की कोविड वैक्सीनशन के 23 दिन बाद मौत के मामले को लेकर आईजीएमसी के चिकित्सा अधीक्षक जनक राज ने बताया कि महिला के मौत शुरुआती कारण गुलिन बार सिंड्रोम बीमारी है। महिला की मौत वैक्सीन के कारण हुई है यह कहना गलत है। महिला के पैथोलॉजी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही असल कारणों का पता चल पाएगा।
आईजीएमसी के चिकित्सा अधीक्षक जनक राज ने बताया कि हेल्थ वर्कर को 29 जनवरी को कोविड वैक्सीन लगाई थी। 5 फरवरी को महिला की तबियत खराब हुई थी जिसके बाद वह उपचाराधीन थी। जबकि कोविड टीकाकरण के साइड इफ़ेक्ट के लिए 2-3 से हफ्ते लगते हैं। इसलिए महिला की मौत वजह कोविड वैक्सीनशन नहीं हो सकता है।
जनक राज ने बताया कि महिला को आईजीएमसी लाने के बाद उनको वेंटिलेटर में रखा गया। क्योंकि महिला को गुलिन बार सिंड्रोम (गंभीर नसों की बीमारी) के कारण सांस लेने में तकलीफ हुई और शरीर के विभिन्न अंगों ने काम करना बंद कर दिया जिसके बाद महिला की मौत हो गई। महिला के मौत के असल कारणों का पैथोलॉजिकल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही पता चला पायेगा जो 2-3 सप्ताह में आयेंगी।