आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु अंतर्राष्ट्रीय दिवस (आईडीडीआरआर) के अंतर्गत प्रदेश भर में चलाए जा रहे समर्थ-2023 अभियान के तहत जिला कांगड़ा में भी आम लोगों को आपदा न्यूनीकरण एवं आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक किया जाएगा। इसी कड़ी में लोकगीत-संगीत और लघु नाटकों के माध्यम से जिला के सभी उपमंडलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष डा निपुण जिंदल ने बताया कि 5 अक्तूबर से आरंभ किए जा रहे इस अभियान के तहत जिले भर में कुल 40 जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन जागरुकता कार्यक्रमों में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबद्ध विभिन्न सांस्कृतिक दलों के लोक कलाकार लोकगीत-संगीत और लघु नाटकों के माध्यम से लोगों को आपदा न्यूनीकरण एवं आपदा प्रबंधन के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे।
उपायुक्त ने बताया कि 40 स्थानों पर आयोजित किए जाने वाले इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए संबंधित पंचायत जनप्रतिनिधियों, आपदा मित्रों और स्थानीय संस्थाओं का सहयोग भी लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आपदा के समय सबसे पहले स्थानीय लोग ही मौके पर पहुंचते हैं।
इसलिए, अगर आम लोग आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक होंगे तो आपदा के समय होने वाले नुक्सान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। उपायुक्त ने सभी संबंधित पंचायत जनप्रतिनिधियों से इस अभियान में सक्रिय योगदान देने की अपील भी की, ताकि आपदा न्यूनीकरण एवं आपदा प्रबंधन पर जागरुकता का संदेश जन-जन तक पहुंच सके।