प्रदेश कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि भाजपा के आला नेताओं के द्वारा सरकार की अलोचना करने का काम शुरू किया है. लेकिन भाजपा पार्टी को हिमाचल की जनता ने मतदान के माध्यम से सता से बाहर किया है. लेकिन भाजपा लोकतंत्र की मर्यादा का सब्र भी नहीं कर पा रहे है और अपनी पराजय को स्वीकार नहीं कर पा रहे है.
प्रेम कौशल ने कहा कि बिजली बोर्ड लगभग 2000 करोड़ के घाटे में है और कर्मचारियों को वेतन देने में भी बोर्ड को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में वोटों की राजनीति के मद्देनजर खोले गए कार्यालयों और संस्थानों की समीक्षा कर उचित निर्णय लेने के प्रदेश सरकार के दृष्टिकोण पार्टी समर्थन और स्वागत करती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों से पूर्व ही कहा था कि सता में आने के बाद भाजपा के जल्दबादी में लिए गए निर्णयों को अस्वीकार किया जाएगा क्योंकि 75 हजार करोड कर्ज का तोहफा भाजपा ने कांग्रेस को दिया है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जरूरत, जनहित और प्रदेश की माली हालत को ध्यान में रखते हुए आने वाले समय में पार्टी सरकार एवं मुख्यमंत्री से नए संस्थान और कार्यालय खोलने के साथ साथ मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर को और सुदृढ़ करने का अनुरोध करेगी ताकि. स्वास्थ्य,शिक्षा, विद्युत,पीने के पानी इत्यादि सेवाओं को और सुदृढ़ एवं जवाबदेह बनाया जा सके.
प्रेम कौशल ने कहा कि यदि भाजपा द्वारा किए गए कार्यो का जनता में प्रभाव होता है. तो प्रदेश की जनता उन्हें सत्ता से बाहर नहीं करती.