हिमाचल में कृषि क्षेत्र में भी सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए कृषक उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे। हिमाचल देश का पहला राज्य है जहां पर कृषक उत्पादक संगठन तैयार करने की प्रक्रिया आरंभ की गई है। यह जानकारी शहरी विकास एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शनिवार को धर्मशाला में कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के एक करोड़ 20 लाख की लागत से निर्मित भवन का उद्घाटन करने के उपरांत दी।
उन्होंने कहा कि देश भर में पहली सोसाइटी हिमाचल के ऊना जिला के पंजावर में 1892 में पंजीकृत हुई थी और हिमाचल सहकारिता के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना 1966 में हुई है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि देश भर में सहकारिता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए कई सार्थक कदम उठाए गए हैं। केंद्र में मोदी सरकार का गठन होने के पश्चात सहकारिता मंत्रालय भी अलग से बनाया गया है जोकि पहले कृषि मंत्रालय के अंतर्गत आता था।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 4600 सहकारी सोसाइटी पंजीकृत हैं जबकि इन सहकारी सभाओं के साथ 17 लाख सदस्य जुड़े हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए अब कृषि क्षेत्र में सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए प्लान तैयार किया गया है, कृषक उत्पादक संगठन विभिन्न जगहों पर कोल्ड स्टोरेज इत्यादि की व्यवस्था करेंगे ताकि उत्पादों के सही दाम मिलने पर ही विक्रय की व्यवस्था हो सके इससे किसानों को भी फायदा होगा।
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