कांगड़ा में स्कूली बच्चों को नशों के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करने और उन तक सही जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किए गए ‘संवाद’ कार्यक्रम में 152 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को चयनित किया गया है। यह जानकारी जिलाधीश डॉ. निपुण जिंदल ने राष्ट्रीय नार्काे समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) के तहत बनी जिलास्तरीय समन्वय समिति की बैठक के उपरांत दी।
उन्होंने बताया कि जिले में स्कूलों में जागरूकता व विविध शिक्षा कार्यक्रमों के लिए विस्तृत शेड्यूल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि ‘संवाद’ (एस.ए.एम.वी.ए.ए.डी. – सिस्टेमैटिक अडोलसेंट मैनेजमेंट एंड वैल्यू एडीशन डायलॉग) के नाम से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की स्कूली बच्चों से जुड़ी शिक्षा व जागरुकता गतिविधियों को कन्वर्जेंस के साथ निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक चलाया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर ‘संवाद’ कार्यक्रम के लिए चयनित 152 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में से नूरपुर, इंदौरा, जवाली, ज्वालामुखी, नगरोटा, शाहपुर, पालमपुर और बैजनाथ में प्रत्येक उपमंडल में 12 स्कूल होंगे। वहीं फतेहपुर, देहरा, जसवां परागपुर, जयसिंहपुर, सुलह, कांगड़ा और धर्मशाला में प्रत्येक उपमंडल से 8 स्कूल चयनित किए गए हैं। 52 स्कूलों के लिए संवाद कार्यक्रम का शेड्यूल तैयार किया गया है इसमें करीब 67587 विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा जिन्हें नशा निवारण से लेकर मानसिक हेल्थ, पौषाहार तथा व्यक्तित्व निर्माण के टिप्स दिए जाएंगे।
डीसी के बताया कि संवाद कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को उनके विभाग से संबंधित विषयों के प्रति जानकारी प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान में जिला प्रशासन सहित पुलिस, आबकारी कराधान, महिला एवं बाल विकास, कल्याण, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, आयुष, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सहित अन्य विभाग और गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि निर्धारित शेड्यूल के तहत बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों, पोषाहार, मेंटल हेल्थ, व्यवहार में सुधार इत्यादि को लेकर जागरूक कर रहे हैं।
जिलाधीश ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान नहीं पड़े इसके लिए प्रत्येक माह के तीसरे तथा चौथे शनिवार को चयनित स्कूलों में संवाद के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संवाद कार्यक्रम के तहत गठित टीमों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि बच्चों के साथ बेहतर तरीके से विभिन्न विषयों पर संवाद स्थापित किया जा सके।
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिले में नशे से पीड़ित लोगों के लिए नशा मुक्ति क्लीनिक आरंभ की गई है। उन्होंने बताया कि इस सेवा के तहत अब तक कुल 243 लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जोनल अस्पताल धर्मशाला के साथ सिविल अस्पताल ज्वालामुखी, कांगड़ा, शाहपुर, नूरपुर, इंदौरा और पालमपुर में चल रही नशा मुक्ति क्लीनिक में लोगों का उपचार प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हर हफ्ते 2 दिन शुक्रवार और शनिवार को दोपहर बाद 2 से 4 बजे तक चलने वाली इस क्लीनिक में जून महिने में 48, जुलाई में 64 और अगस्त में 131 लोग परामर्श ले चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों में नशा मुक्ति से जुड़ी सभी दवाइयां भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाई गई हैं।