<p>चौपाल के सिविल अस्पताल नेरवा की हालत खस्ता बनी हुई है। सिविल अस्पताल नेरवा नाम का सिविल अस्पताल है। लेकिन यहां पर सेवाएं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी भी नहीं है। सिविल अस्पताल नेरवा की 25 पंचायतों का केंद्र बिंदु है और यहां पर हर रोज 200 से 300 के बीच ओपीडी होती है । लेकिन यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं ना होने के कारण लोगों को बेसिक टेस्ट एक्सरा ईसीजी और अलटरा सांउड करवाने के लिए यहां से लगभग 130 किलोमीटर दूर शिमला जाना पड़ रहा है।</p>
<p>वहीं गरीब आदमी जाने में असमर्थ रहता है। तीन बार नेरवा अस्पताल को अपग्रेड कर दिया गया। लेकिन हालत आज भी जयो की तयो बनी हुई है। वहीं अस्पताल में डाकटर की भी कमी है अखिल भारतीय क्षत्रिय समाज ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द नेरवा अस्पताल के अंदर यह सभी सुविधाएं बहाल की जाए।</p>
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