Year of Peace Dalai Lama: बौद्ध नगरी मैक्लोडगंज में इस वर्ष तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के 90वें जन्मदिन पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विश्व के करीब 20 देशों के लोगों के विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने सहित धर्मगुरु का आशीर्वाद लेने के लिए मैक्लोडगंज पहुंचने की संभावना है।
धर्मगुरु के 90वें जन्मदिन पर होने वाले कार्यक्रम को भव्य रूप देने के लिए तिब्बती प्रशासन ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के से भी संपर्क साधकर चर्चा की है। इस वर्ष धर्मगुरु के 90वें जन्मदिन के चलते केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने इस वर्ष को शांति वर्ष के रूप में मनाने का भी ऐलान किया है।
धर्मगुरु दलाईलामा के निवास के चलते मैक्लोडगंज इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टीनेशन में शुमार है, जहां वर्ष भर विभिन्न देशों के विदेशी पर्यटक व बौद्ध अनुयायी आते हैं। धर्मगुरु की शिक्षाओं के श्रवण के लिए भी विदेशी पर्यटक आते हैं। साथ ही धर्मशाला स्टेडियम में होने वाले मैचों के दौरान भी देश के विभिन्न राज्यों से विदेशों से भी क्रिकेट प्रेमी धर्मशाला व मैक्लोडगंज आते हैं।
वर्ष 2025 को शांति वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय
दलाई लामा को 10 दिसंबर, 1989 को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। धर्मगुरु को यह पुरस्कार उनके लोगों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए सहिष्णुता और आपसी सम्मान पर आधारित शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करने के लिए दिया गया था। यही वजह है कि धर्मगुरु के 90वें जन्मदिन को तिब्बती प्रशासन ने धर्मगुरु के जीवन और व्यापक विरासत का जश्न मनाने के लिए वर्ष 2025 को शांति के वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
धर्मगुरु दलाईलामा के जन्मदिन पर इस बार करीब 20 देशों के लोगों के भाग लेने की संभावना जताई जा रही है, जो कि धर्मगुरु के जन्मदिन पर विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। इस संबंध में तिब्बतियन प्रशासन ने पर्यटन विभाग से बात की है। ऐसे में संभावना है कि वर्ष 2025 कांगड़ा घाटी में पर्यटन के लिए बेहतर साबित होगा।
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