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‘बैजनाथ के विधायक मुल्खराज की संपत्ति में आया सबसे ज्यादा उछाल’

पी. चंद |

शिमला एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और  प्रदेश इलेक्शन वॉच ने हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में फिर से चुनाव लड़ने वाले 58 विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण किया है.

 

फिर से चुनाव लड़ने वाले 58 विधायकों में से 49 विधायकों (84%) की संपत्ति है. 5% से 1167% तक बढ़ गया है और 9 विधायकों (16%) की संपत्ति -4% से घटकर -37% हो गई है.

2017 के चुनावों में औसत संपत्ति:  2017 में निर्दलीय सहित विभिन्न दलों द्वारा फिर से चुनाव लड़ रहे इन  58  विधायकों की औसत संपत्ति 9.30 करोड़ रुपये थी.

 2022 के चुनाव में औसत संपत्ति:  2022 में फिर से चुनाव लड़ रहे इन 58 विधायकों की औसत संपत्ति 12.08 करोड़ रुपये है.

5 वर्षो में औसत संपत्ति वृद्धि (2017-2022): 2017 और 2022 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के बीच इन 58 पुन: चुनाव लड़ने वाले विधायकों की औसत संपत्ति वृद्धि 2.77 करोड़ रुपये है.

5 साल (2017-2022) में प्रतिशत वृद्धि: इन 58 पुन: चुनाव लड़ने वाले विधायकों की संपत्ति में औसत प्रतिशत वृद्धि 30% है.

चौपाल निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के बलबीर सिंह वर्मा ने 37.71 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ संपत्ति में अधिकतम वृद्धि की घोषणा की है जो 2017 में 90.73 करोड़ रुपये से बढ़कर रु। 2022 में 128.45 करोड़.

मंडी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के अनिल शर्मा की संपत्ति 2017 में 40.24 करोड़ रुपये से बढ़कर  2022 में 57.48 करोड़ रुपये हो गई है.

 शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह की संपत्ति 17.06 करोड़ रुपये, 2017 में 84.32 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022 में 101.39 करोड़ रुपये हो गई है.

धनबल और बाहुबल की भूमिका इस तथ्य से स्पष्ट है कि प्रदेश के चुनावों में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने 36 प्रतिशत से 90 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवारों और 18 प्रतिशत से 64 प्रतिशत आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा हैं.

कोरोना काल में भी मालामाल हुए हिमाचल MLA: दोबारा चुनाव लड़ रहे 49 विधायकों की संपत्ति 1167% तक बढ़ी; 9 की प्रॉपर्टी में कमी आई है.

 

चौथे नंबर पर पालमपुर से कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल हैं. इनकी संपत्ति में 8.86 करोड़ की बढ़ोतरी हुई. बुटेल की संपत्ति 21.40 करोड़ से बढ़कर 30.26 करोड़ हो गई है. इनकी संपत्ति में 41% का उछाल आया है.

​​​​​​राजेश ठाकुर की संपत्ति 5 साल में 7.18 करोड़ बढ़ी

वहीं, गगरेट से BJP विधायक राजेश ठाकुर की संपत्ति में 7.18 करोड़ का उछाल आया है. राजेश ठाकुर की संपत्ति 2017 की तुलना में 20.84 करोड़ से बढ़कर 28.02 करोड़ पहुंच गई है, यानी 34% का इजाफा हुआ है.

प्रतिशत के हिसाब से बैजनाथ के विधायक मुल्खराज की संपत्ति में सबसे ज्यादा 1167 फीसदी का उछाल आया है. इनकी संपत्ति 2017 में मात्र 5.33 लाख रुपए थी, जो 2022 में बढ़कर 67.48 लाख हो गई.

BJP के 35 विधायक दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं. इनकी संपत्ति में औसत 3.20 करोड़ का उछाल दर्ज किया गया है, जबकि कांग्रेस के 20 MLA की संपत्ति में औसत उछाल 2 करोड़ रुपए, 2 निर्दलीय की संपत्ति में औसत उछाल 77 लाख रुपए तथा CPIM के एक विधायक की संपत्ति में 1.31 करोड़ का उछाल 5 सालों में आया है.

इनकी सम्पति हुई कम…

शिमला जिले के कसुम्पटी से कांग्रेस विधायक की संपत्ति में सबसे ज्यादा 6.02 करोड़ की कमी दर्ज की कई है। इनकी संपत्ति 2017 की तुलना में 16.23 करोड़ से घटकर 10.21 करोड़ रह गई है.

फतेहपुर से कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया की संपत्ति में भी 2.65 करोड़ की कमी आई है. इनकी संपत्ति 2017 की अपेक्षा 2022 में 20.68 करोड़ से घटकर 18.03 करोड़ रह गई है.

हरोली से कांग्रेस विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की आय में भी 5 सालों में कमी दर्ज की गई है. इनकी संपत्ति में 2.28 करोड़ की कमी के बाद 7.76 करोड़ से कम होकर 5.48 करोड़ रह गई है.