हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ ने प्रधान स्वास्थ्य सचिव प्रदेश सरकार को पत्र भेज कर 7 अक्तूबर को प्रदेश भर में सुबह साढ़े 9 बजे से 11 बजे तक डेढ घंटे की पेन डाउन हड़ताल पर रहने का ऐलान किया है. अपनी मांगों का न माने जाने से खफा होकर यह हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है. संघ के प्रधान डॉ अनुपम बधान व प्रदेश सचिव डॉ. दुष्यंत ने बताया कि सरकार के साथ लगातार मांगों को उठा रहे हैं मगर कोई सुनवाई न होने से यह कदम उठाना पड़ रहा है. अपनी मांगों को लेकर संघ ने जो ज्ञापन सरकार को भेजा है.
उसमें स्वास्थ्य निदेशक के पद को भरा जाना, सेवा विस्तार न करना क्योंकि इससे युवा चिकित्सकों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है, अनुबंध पर चयनित चिकित्सकों का ग्रेड पे का 150 प्रति मानदेय जो कुछ चिकित्सकों को नहीं दिया गया है, को तुरंत अदा करने, फरवरी महीने में जो चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर संघर्ष किया था. उसके बाद गठित की गई कमेटी का कोई भी ठोस परिणाम सामने न आना, नए वेतन आयोग में चिकित्सकों का जो 4-9-14 को टाइम स्केल रोका गया है उसे शीघ्र बहाल करना, विशेषज्ञ स्नातकोतर चिकित्सकों भत्ते की राशि को बढ़ाना, मेडिकल कालेजों में सेवाएं दे रहे फैकल्टी मैंबर्स को भी अकादमिक भता देना आदि शामिल है.
चिकित्सा संघ ने बताया कि इन मांगों को लेकर प्रदेश भर के चिकित्सा पिछले कल से कंधों पर काले बिल्ले लगाकर सेवाएं प्रदेश कर रहे हैं. इसी क्रम में अब सात अक्तूबर शुक्रवार को सुबह साढ़े बजे से 11 बजे तक पेन डाउन हड़ताल रखी जाएगी. फिर भी सरकार ने मांगों को नहीं माना तो अगला कदम उठाया जाएगा.