सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे उपमंडल फतेहपुर की ग्राम पंचायत खटियाड़ की महिला प्रधान, उसके पति, तकनीकी सहायक, विकास खंड अधिकारी फतेहपुर ज्ञान प्यारी सहित 3 पंचायत सदस्यों ने बुधवार को उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में एडीसी के समक्ष हाजरी भरी। खटियाड पंचायत के प्रतिनिधियों ने भी अपना-अपना पक्ष रखा। पंचायत पर लगे चार आरोपी की जांच की जा रही है और एक मामले की जानकारी न होने के कारण इस मामले की आगामी कार्रवाई नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि पिछले एक साल पूर्व करीब 6 दर्जन लोगों ने पहले जिलाधीश कांगड़ा, जिला पंचायत अधिकारी और बीडीओ फतेहपुर को पंचायत खटियाड़ में पति प्रधान की दखलअंदाजी, 15 अगस्त की कार्रवाई खुद लिखने और उसमें जाली हस्ताक्षर करने। यहां तक की पंचायत सदस्य जो इस बैठक में नहीं आए थे। उनके जाली हस्ताक्षर करने और बिना किसी एजेंडे के बीपीएल में पात्र लोगों को दरकिनार कर अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने और मनरेगा में फर्जी हाजरियां लगाने की लिखित शिकायत की थी।
इन सभी की पंचायत निरीक्षक द्वारा की गई जांच के उपरांत कई तथ्य भी सामने आए थे। जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत अधिकारी ने पंचायत प्रधान को तीन कारण बताओ नोटिस जारी किए थे और इसके बाद कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई थी। इस मामले में एडीसी राधव शर्मा ने कहा कि इस पंचायत पर लगे आरोपों की जांच चल रही है और किसी एक मामले की रिपोर्ट न आने के कारण यह जांच पूरी नही हो सकी है। पंचायत पर लगे आरोपो की जांच पूरी होने के बाद जिलाधीश के पास फाईल को भेज दिया जाएगा।