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भाजपा को बजट शानदार लगा, कांग्रेस ने कहा- हिमाचल के लिए शून्‍य

 

Union Budget 2025 Himachal reactions: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2025 पेश किया। बजट पर हिमाचल प्रदेश के नेताओं और आम जनता की विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कांग्रेस नेताओं ने जहां बजट को नकार दिया है। वहीं भाजपाइयों ने बजट की प्रशंसा के पुल बांधे हैं।…………

 

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार का आम बजट सर्वजनहिताय एवं सर्वजन सुखाय के साथ ही ‘विकसित भारत’ निर्माण के संकल्प की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह आम बजट सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के नवनिर्माण को दिशा प्रदान करेगा। इसमें महिला, मजदूर, गरीब, किसान, युवा, व्यापारी, कृषि, मध्यमवर्गीय परिवारों को आर्थिक राहत, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ, उद्योग, निवेश और निर्यात समेत सभी क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा गया है। मैं ‘विकसित भारत’ की संकल्पना को चरितार्थ करते इस बजट के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी का आभार प्रकट करता हूँ और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी एवं उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई देता हूूं।


 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि यह बजट तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था को और मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार के संरचनात्मक सुधारों ने देश की अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंच पर मजबूत किया है। इस बजट में युवा, किसान, महिला और मध्यम वर्ग को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। आयकर में राहत को उन्होंने केंद्र सरकार का जनता के लिए बड़ा तोहफा बताया और कहा कि नए स्लैब के तहत 12 लाख तक की आय पर कर छूट दी गई है, जिससे करोड़ों करदाताओं को फायदा होगा।


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह बजट आत्मनिर्भर और विकसित भारत की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को किसान, गरीब, मध्यम वर्ग, महिला और युवाओं को ध्यान में रखकर एक विस्तृत और समावेशी बजट पेश करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्टार्टअप, नवाचार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रावधान देश की अर्थव्यवस्था को और गति देंगे।


कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने केंद्रीय बजट 2025 को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह बजट हिमाचल प्रदेश के लिए निराशाजनक है और इसमें प्रदेश के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों की केंद्र सरकार ने लगातार अनदेखी की है, जिससे राज्य को विकास कार्यों के लिए कोई विशेष राहत नहीं मिली। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों, बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के लिए कोई ठोस योजना नहीं दी गई है। हिमाचल में विकास परियोजनाओं के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। प्रतिभा सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सिर्फ बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने में लगी है, जबकि आम जनता की परेशानियों को नजरअंदाज कर दिया गया है।


हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत नेगी ने केंद्रीय बजट 2025 को लेकर मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि यह बजट हिमाचल प्रदेश के लिए निराशाजनक है और इसमें राज्य के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि हिमाचल को लगातार विकास योजनाओं से वंचित रखा जा रहा है और उसकी जरूरतों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है।जगत नेगी ने कहा कि इस बजट में पहाड़ी राज्यों को कोई राहत नहीं दी गई, जबकि हिमाचल को बर्फबारी, भूस्खलन और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए विशेष पैकेज की आवश्यकता थी। लेकिन केंद्र सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल को विशेष राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी, लेकिन इस बजट में इसे पूरी तरह अनदेखा कर दिया गया।


 

शिमला के  CA राजीव सूद ने बजट पर कहा कि इस बजट में हिमाचल प्रदेश को कुछ नहीं मिला है। हिमाचल के लिए कोई भी विशेष घोषणा नहीं की गई है।हां माध्यम वर्ग के लिए ये बजट काफी हद तक राहत भरा है। इनकम टैक्स में भी माध्यम वर्ग को राहत दी गई है।


शिमला के वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनर्स ने भी बजट की सराहना की। गुलाब ठाकुर, एक वरिष्ठ नागरिक, ने कहा कि यह बजट सेवानिवृत्त कर्मियों और मध्यम वर्ग के लिए राहतकारी है। वहीं, एमएल शर्मा ने कहा कि सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों की मांगों को ध्यान में रखते हुए टैक्स में बड़ी राहत दी है, जिससे यह बजट सराहनीय बन जाता है।


शिमला फल सब्जी एवं फुल उत्पादक संघ के अध्यक्ष एवं बागवान हरीश चौहान ने बजट को किसानों बागवानों के लिए निराशाजनक बताया है। उन्‍होंने कहा कि  किसानों बागवानों की उम्मीदें टूटी।