शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में 26 सितंबर से चार अक्तूबर तक अश्विन मास शरदीय नवरात्र मनाए जाएंगे. मंदिर के कपाट पहले नवरात्र पर सुबह 5:00 बजे खुलेंगे. मंदिर में आरतियां और भोग प्रसाद निर्धारित समयानुसार ही लगाया जाएगा. इस बार के अश्विन नवरात्रों में 100 अतिरिक्त सेवादार मंदिर सफाई व्यवस्था और शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नियुक्त किए जा रहे हैं और 50 अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं. मंदिर परिसर में छह नए डिजिटल कैमरे स्थापित किए गए हैं जो सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करेंगे.
इससे पहले 72 कैमरों की नजर पर ज्वालामुखी मंदिर पहले से ही है. ज्वालामुखी शहर में बड़े वाहनों के आने पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी. शहर के बाहर ही दो पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जहां सभी बड़े वाहन पार्क किए जाएंगे और उन्हीं स्थलों से मुद्रिका बसें चलाई जाएंगी जो कि श्रद्धालुओं को मंदिर मुख्य द्वार तक निशुल्क छोड़ेगी. गर्भ गृह में नारियल ले जाने और फोटोग्राफी पर प्रतिबंध रहेगा. मंदिर कार्यालय के बाहर मेडिकल कैंप लगाया जाएगा, जहां पर डॉक्टर तैनात रहेंगे.
मंदिर में लंगर व्यवस्था सुबह, दोपहर और रात को रहेगी. मंदिर बंद करने का समय श्रद्धालुओं की संख्या पर निर्धारित करेगा. नवरात्रों के मद्देनजर शहर में पुलिस कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा. इसके अलावा कांगड़ा देहरा और नादौन मार्ग पर अस्थायी पुलिस चौकियां बनाई जाएंगी.
एसडीएम ज्वालामुखी मनोज ठाकुर ने बताया कि मंदिर प्रसाशन ने नवरात्रों को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं, हर सुविधा श्रद्धालुओं को दी जाएगी.