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सिराज में अधेड़ उम्र की महिला ने पंखे से लटक कर दी जान, जांच में जुटी पुलिस

बीरबल शर्मा |

जिला मंडी के सिराज विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत तांदी के गांव सावला में अधेड़ उम्र की महिला ने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी. जानकारी के अनुसार मृत महिला मीरा देवी उम्र 45 वर्ष की बताई जा रही है. महिला अपने बेटे और पति के साथ सांवला गांव में किराए के मकान में रह रही थी.साथ में ही मात्र 500 मीटर की दूरी पर उसकी बेटी का भी घर है.जहां 15 अक्तुबर को पुरे दिन भर अपने पति मदन लाल के साथ मीरा भी आनंद से रह रही थी.

शाम को मीरा देवी बेटी के घर से अकेले ही उठकर अपने किराए के मकान पर आ गई.आते ही इसने पंखे से फांसी लगाकर कर अपनी जान दे दी.अचानक मकान मालिक नवादीन ने मिरा को आवाज़ लगाई तो कोई रिस्पोंस न आने पर उसने खिड़की से पर्दा हटाया तो मिरा को पंखे से लटका हुआ पाया.

उसने मिरा के बेटे को बुलाया और पडोह पुलिस को सुचित किया. पुलिस चौकी पड़ोह के प्रभारी रमेश कुमार मौका पर पहुंचे और पुरी कार्यवाही के साथ पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव शनिवार को परिजनों को सौंपा दिया.बताते चलें कि अधेड़ उम्र की महिला मेहनत मजदूरी करते हुए अपना व अपने पति का जो बीमार रहते हैं,और आंखों से कम दिखाई देता है, का लालन पालन करती रही है.

मीरा के दोनों ही बेटे साथ में रहते हैं, एक बेटे राकेश उर्फ़ राकु ने 4 माह पूर्व इसी गांव के दूसरे मक़ान में इसी तरह से पंखे से लटक कर आत्म हत्या कर दी थी‌.इसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं.अब मीरा ने भी जीने से पहले मरना कबूल किया आखिर क्यों? मन को विचलित करने वाला वाक्य तब पेश आया जब मृतका के पति मदनलाल ने मकान मालिक से कहा कि मैं भी फांसी लगाकर जान दे दूंगा.यह अपने आप में जहां चिंतनीय है वहीं पुलिस के लिए जांच का विषय भी है.आखिर एक ही परिवार के लोग बारी बारी आत्महत्या क्यों कर रहे हैं.यह परिवार जोगिंदर नगर से कई वर्ष पूर्व पडोह में मजदूरी करने आया था, और यहीं शादियां करके किराये के मकान में ही जीवन यापन करने लगे हैं. मगर अब यह बारी बारी से आत्महत्या क्यों कर रहे हैं.

कारण क्या है यह पुलिस को तलाशना होगा.उससे पहले बुजुर्ग मदनलाल का जीवन बचाना अनिवार्य है.देखना है पुलिस इस मामले को कितनी संजीदगी के साथ उठा पाती है.इस आत्महत्या ने कई सवाल खड़े किए हैं.एस एच ओ मंडी ने भी घटना स्थल को दौर किया है.परिवार अत्यंत निर्धन है.सहमा हुआ है.ऐसी आपात स्थिति में जिला प्रशासन को परिवार की आर्थिक मदद की जानी अत्यंत आवश्यक है.