<p>शिमला में अंग्रेज़ों के जमाने से बनी कई रियायसी इमारतें कभी भी धराशायी होकर ताश के पत्तों की तरह गिर सकती हैं। ये इमारतें 100 साल से भी ज्यादा की उम्र काट चुकी हैं। लोअर बाजार मॉल रोड़ व गंजबाज़ार सहित मिडिल बाज़ार में दर्जनों ऐसी इमारतें है जिसने पत्थर टूट कर गिर चुके हैं या गिरते रहते हैं। जर्जर हालात हो चुकी इन इमारतों में किसी की रियायस है तो किसी की दुकान।</p>
<p>ये इमारतें सबके लिए खतरा बन चुकी हैं। इनमे से कुछ इमारतों को तो प्रसाशन ने असुरक्षित भी घोषित कर रखा है लेकिन इन इमारतों को खाली करने को न तो लोग तैयार है न ही प्रशासन ही इनको खाली करवा पाया है। शायद किसी बड़े हादसे का इंतज़ार है सबको?</p>
<p> </p>
<p> </p>
Bilaspur:बिलासपुर के गोविंद सागर झील में शुक्रवार को छह सीटर शिकारा उतारा जाएगा, जो पर्यटकों…
Shimla: स्ट्रीट वेंडर पालिसी को हिमाचल में लागू करने के ताने बाने में कांग्रेस खुद…
चंबा: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेलका में आयोजित जिला स्तरीय अंडर-14 छात्रा खेलकूद प्रतियोगिता में…
Jammu/Mandi: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हिमाचल के जोगिंद्रनगर का जवान शहीद हो गया है।…
शिमला: हिमाचल की राजधानी शिमला में सेब की आड़ में ड्रग्स का काला कारोबार करने…
HAMIRPUR:भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र सीटू की अगुवाई में ठेका आउटसोर्स कैजुअल मल्टी टास्क वर्कर्स…