शिमला: अधिकारियों की ओर से मांगों वार्ता के लिए ना बुलाने पर एचआरटीसी परिचालक मुखर हो गए हैं। परिचालकों को आज क्रमिक अनशन पर बैठे दो दिन हो गए हैं।
मंगलवार को शिमला में एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन द्वारा गेट मीटिंग कर ओल्ड बस स्टैंड में रैली निकाली गई। साथ ही 22 जुलाई तक क्रमिक अनशन पर जाने का फैसला लिया गया। इस दौरान एचआरटीसी परिचालकों ने कहा कि यदि सरकार वार्ता के लिए नहीं बुलाती है, तो 22 जुलाई के बाद प्रदेश में उग्र आंदोलन शुरू करने को लेकर बैठक में फैसला लिया जाएगा।
कंडक्टर्स यूनियन के प्रधान दीपेंद्र शर्मा ने कहा कि वे ग्रेड पे की विसंगतियों को लेकर अनशन पर बैठे है और परिचालकों की ओर से वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग लगता की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ काले बिल्ले लगाकर रोष भी प्रकट किया गया लेकिन सरकार की ओर से वार्ता को लेकर कोई भी पहल नहीं की जा रही है। इसके चलते 13 जुलाई से वह क्रमिक अनशन पर बैठ गए थे और आज अनशन का दूसरा दिन है । अभी तक प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली हैं और ना ही कोई आधिकारी बात करने के लिए आया है। 22 जुलाई तक सरकार वार्ता के लिए नहीं बुलाती है, तो उसके बाद आगे के आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी। साथ ही उन्होंने ये भी उम्मीद जताई है कि आज की कैबिनेट में सरकार उनके पक्ष में कोई फैसला करेगी।
वहीं शिमला ग्रामीण क्षेत्र के वरिष्ठ उपप्रधान चमन लाल ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द उनको वार्ता के लिए बुलाए और उनकी समस्या का शीघ्र निवारण करें। उन्हों कहा कि कम वेतन के चलते वे अपने परिवार का भरण पोषण सही रूप से नही कर पा रहे हैं और बच्चों को भी भविष्य में अच्छी शिक्षा नही प्रदान कर पाएंगे।