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‘टूटे पुलों को बनाने की भी होगी पहल, पंचबख्तर मंदिर की सुरक्षा के लिए केंद्र से मांगे 10 करोड़’

डेस्क |

मंडी सदर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि मंडी नगर की पेयजल योजना को पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है मगर अब सबसे बड़ी प्राथमिकता पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी सीवरेज लाइन को दुरूस्त करने की है। रविवार को जारी ब्यान में उन्होंने कहा कि 9 व 10 जुलाई को व्यास नदी में आई बाढ़ में सीवरेज की मेन लाइन पूरी तरह से टूट गई है।

सीवर सीधे नदी में जा रहा है जो बेहद घातक है और इससे बीमारी फैलने का खतरा है। अधिकांश पेयजल स्कीमें दरिया के किनारे है ऐसे में सीवरेज लाइन को जल्द से जल्द जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने विभाग को इसके लिए 10 अगस्त तक की डैडलाइन दी है। किसी भी तरह से इसे चालू करना होगा।

उन्होंने कहा मंडी सदर क्षेत्र में पंडोह से लेकर कुन का तर तक व्यास नदी में आई बाढ़ से नुकसान हुआ है। इसका उन्होंने स्वयं सारा जायजा ले लिया है। तीन पुल टूटे हैं जिन्हें बनाकर संपर्क को बहाल करना होगा। पंचबख्तर मंदिर के बारे में उन्होंने कहा कि इस बाढ़ से यह मंदिर राष्टीय ही नहीं बल्कि अंतराष्टीय स्तर पर विख्यात हो गया है।

इसकी सुरक्षा के लिए उन्होंने दौरे पर भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष जे पी नड्डा व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के समक्ष बात रखी है। उन्होंने इसकी एक योजना बनाकर भेजने को कहा था जो उन्होंने बना दी है तथा इसके लिए 10 करोड़ की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। मंडी पेयजल योजना के बारे में उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि इसे मंडी शहर को चौबीसों घंटे पानी देने के लिए बनाया गया था मगर इस योजना का लाभ अन्य क्षेत्रों को भी दे देने से यह संभव नहीं हो पाया है।

इस पेयजल योजना को बाढ़ से बचाने के लिए उपाय करने को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार से 5 करोड़ रूपए की मांग की जा रही है ताकि ऐसी व्यवस्था हो कि यह योजना कभी भी ध्वस्त न हो। अनिल शर्मा ने कहा कि सरकार और राजनीतिक पार्टी स्थिति को सामान्य बनाने के लिए बराबर प्रयास कर रहे हैं और कर्मचारियों ने जिस तरह से आठ दिन इस आपदा से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए दिन रात काम किया है वह सराहनीय है।