➤ सराज दौरे पर पहुंचे राजस्व मंत्री जगत नेगी को BJP ने दिखाए काले झंडे
➤ मंत्री बोले- जिनके मकान टूटे उन्हें 7-7 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा
➤ वन भूमि नियमों के चलते पुनर्वास के लिए ज़मीन मिलना बड़ी चुनौती
हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले के सराज विधानसभा क्षेत्र में आपदा से हुए भारी नुकसान के बीच शुक्रवार को राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे। लेकिन जैसे ही वह जंजैहली क्षेत्र में पहुंचे, भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा मंडल अध्यक्ष भीष्म ठाकुर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने “गो बैक” के नारे लगाए और मंत्री पर सराज की जनता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया।
जगत सिंह नेगी ने अपने दौरे में ग्राम पंचायत पखरैर, देजी, थुनाग बाजार, लंबाथाच, जरोल, पांडव शिला, धारजरोल, बायोड, बुंग रैलचौक, शोढाधार, जंजैहली, ढीमकटारू और संगलवाड़ा क्षेत्रों में नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल जाना और अधिकारियों को राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मंत्री ने एलान किया कि जिन लोगों के मकान आपदा में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें नए मकान बनाने के लिए 7-7 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि यह मुआवजा देश में किसी भी राज्य द्वारा दी जाने वाली सबसे अधिक राशि है। सड़क और पेयजल योजनाओं की बहाली युद्ध स्तर पर जारी है।
हालांकि मंत्री ने यह भी माना कि पुनर्वास के लिए ज़मीन उपलब्ध कराना हिमाचल में सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि अधिकांश खाली जमीन वन भूमि के अंतर्गत आती है। वन संरक्षण अधिनियम के चलते इस भूमि को बदले में देना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि 2023 की आपदा के बाद प्रदेश विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से इस नियम में संशोधन का अनुरोध किया था, लेकिन यह प्रस्ताव अब भी लंबित है।



