जोगिंदरनगर में स्थापित हिमाचल प्रदेश का पहला आयुर्वेदिक फार्मेसी कॉलेज है. यह कॉलेज 2010 से चल रहा है. आयुर्वेदिक फार्मेसी जोगिंदरनगर में कार्यरत प्राध्यापक सुरेश कुमार का कहना है कि अभी तक यह कॉलेज सोसाइटी बोर्ड पर चल रहा है.
12 साल पूर्ण हो गए हैं. लेकिन कर्मचारियों के लिए कांटेक्ट पॉलिसी लागू नहीं हुई है. उनका कहना है कि पहले इस कॉलेज में 30 सीटें थी अब 40 सीटें हो गई हैं तथा यह कॉलेज अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी नेरचौक के अधीन आता है.
उन्होंने बताया कि नार्थ इंडिया का यह पहला इंस्टिट्यूट है जो बच्चों को क्वालिटी ऑफ एजुकेशन प्रदान करता है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस कॉलेज का पूर्णतया सरकारीकरण किया जाए तथा सरकारी मापदंड अनुसार उन्हें सेलरी प्रदान की जाए.
दुनिया के सबसे ऊंचे पोलिंग बूथ टशीगंग से साइकिल सवार देश के मतदाताओं को मतदान…
राजनीतिक मंडी में बिके हमीरपुर जिला के तीन विधायक खनन व भू- माफिया : मुख्यमंत्री…
विधानसभा क्षेत्र 20-बैजनाथ (अ.जा.) के 99-बड़ाभंगाल और 54-कसौली (अ.जा.) के 27-ढिल़्लों में सहायक मतदान केन्द्र…
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा हिमाचल प्रदेश के नूरपुर, चंबा…
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने शनिवार को मुल्थान में पन बिजली परियोजना से प्रभावित क्षेत्र का…
नादौन: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नादौन में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा…