पर्यटन नगरी मनाली के अलेउ से संबंध रखने वाली कल्पना ठाकुर पिछले करीब 10 सालों से पेड़ों को राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेती आ रही है। कल्पना ने बताया कि जब वह तीन साल की थी, तभी से वह पर्यावरण को बचाने का संदेश दे रही है। कल्पना उनका अपना सगा भाई नहीं है। इसलिए वह हर साल रक्षाबंधन के मौके पर एक पौधा लगाकर उसे राखी बांधती है।
कल्पना ने बताया कि उसका उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है और इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए वह अपने पिता पर्यावरणविद् किशन लाल के पदचिह्नों पर चल रही है। कल्पना ठाकुर छोटी उम्र में ही पेड़ से भाई का रिश्ता जोड़ने वाली हिमाचल की पहली बेटी है। उसकी इस मुहिम से प्रेरणा लेकर अब अन्य बेटियां और महिलाएं भी पेड़ों को राखी बांधकर पर्यावरण की रक्षा की कसम खा रही हैं।
वहीं, कल्पना का साथ दे रही महिला निशि शर्मा का कहना है कि किसी कारण वो अपने भाई को राखी नही बांध पाई थी। जिसके चलते अब उन्होंने पेड़ों को ही अपना भाई बनाया है। पर्यावरण को बचाने और देश को हरा-भरा देखने का उनका सपना दोनों मिलकर पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सरंक्षण का उनका यह कार्य आगे भी चलता रहेगा।