हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बैजनाथ का ब्रह्मदास साउथ अफ्रीका के तंजानिया में फंसा हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक ब्रह्मदास राज प्रोसेस कंपनी पुणे महाराष्ट्र मुंबई में ऑपरेटर था. जिसके बाद उसको राज प्रोसेस कंपनी ने 2 सितंबर 2021 में ईस्ट अफ्रीकन कंपनी तंजानिया भेजा था क्योंकि इन दोनों कम्पनियों का आपस में कोट्रेक्ट था.
वहीं, ब्रह्मदास का कहना है कि उसकी पत्नी बहुत बीमार थी. जिसके चलते उसने राज प्रोसेस कंपनी को फरवरी 2022 में इस्तीफा देने का अनुरोध किया था. लेकिन उस समय उसका इस्तीफा मंजूर नहीं किया और 8 जून 2022 को उसे अचानक नौकरी से हटा दिया गया और सैलेरी भी बंद कर दी गई.
ब्रह्मदास ने कहा कि राज प्रोसेस कंपनी के 8 में से 7 काम करने वाले लोग जबरदस्ती गेट में से बाहर निकल कर किसी तरह यहां से चले गए है. और अब मैं केवल अकेला ही हूं, मेरा पासपोर्ट और रिटर्न टिकट मुझे नहीं दिया जा रहा है.
पासपोर्ट यहां तंजानिया की कम्पनी के पास है. मैं पिछले तीन महीने में कई बार इनसे अनुरोध कर चुका हूं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है. ब्रह्मदास का यह मैटर HP Govt. to center Govt of India to High Commission of India to दार सेम सलाम तंजानिया होते हुए ईस्ट अफ्रिकन कम्पनी प्लांट जहां में इस समय हुं. पहुंच चुका है. लेकिन फिर भी मेरा पासपोर्ट नहीं दिया जा रहा है.
आपको बता दें कि ब्रह्मदास का कहना है कि उसकी पत्नी का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है और पूरा परिवार परेशान है. ब्रह्मदास ने कहा कि वह घर जाना चाहता है, उसे यहां पर बहुत डर लग रहा है. क्योंकि यहां के लोग उसे फंसा ना दें. इसलिए उसने माननीय मुख्यमंत्री हि० प्र० जयराम ठाकुर से प्रार्थना है कि कृपा कर उसे यहां से निकालें, वह बहुत परेशान है.
ब्रह्मदास कहना है कि उसके साथ यह सब जो हो रहा है, उसके लिए राज प्रोसेस कम्पनी और ईस्ट अफ्रिकन स्टार्च कम्पनी दोनों गुनहगार हैं. राज प्रोसेस कम्पनी ने उसे मासिक वेतन 62000 के आसपास तय किया था.
लेकिन उसे हर महीने 47000 दिया गया था. इसी के साथ ईस्ट अफ्रिकन कम्पनी ब्रह्मदास का पासपोर्ट नहीं दे रही है. दोनों कम्पनियों के आपसी मतभेद के चलते उसको प्रताड़ित किया जा रहा है. उसके द्वारा दी गई एक-एक जानकारी पुरे दस्तावेजो के साथ प्रमाणित है.