हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हो रहे बड़े फेर-बदल. अक्सर जब चुनाव नजदीक होते है तो नेतागण और कार्यकर्ता अपनी पार्टी छोड़ दूसरी पार्टी की और रूख कर लेते है. हाली में भाजपा के नेता प्रदेश अध्यक्ष खीमी राम ने दामन थाम भाजपा को एक बड़ा झटका दिया है.
आपको बता दें कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व वन मंत्री खीमी राम शर्मा मंगलवार को कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला की मौजुदगी में शर्मा ने नई दिल्ली में कांग्रेस से मिलाया हाथ. आपको बता दें कि शर्मा वर्ष 2017 में टिकट कटने के बाद से अनदेखी होने के बाद भाजपा सरकार और संगठन से नराज़ चल रहे थे. विधानसभा पूर्व चुनावों के भाजपा सरकार को शर्मा ने बड़ा झटका दिया है. इसके बाद भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने आज इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होने कहा कि कांग्रेस एक डूबता जहाज है और इसमें शामिल होने वाले नेता भी जल्द ही डूबेंगे. उन्होने कहा कि दो कार्यकर्ताओं के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा कमजोर नहीं होगी. दोनों नेता काफी समय से पार्टी में निष्क्रिय थे.उन्होंने कहा कि भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है जहां एक छोटा कार्यकर्ता प्रदेश का अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बन सकता है, लेकिन कांग्रेस केवल एक परिवार द्वारा शासित होती है.
कांग्रेस में शामिल होने वाले लोगों को जल्द ही दोनों पार्टियों के बीच अंतर का एहसास होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लंबे समय से अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष भी नहीं चुन सकी, ऐसी पार्टी अनुशासनहीनता का पर्याय है. भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित राजनीतिक दल है और कांग्रेस एक परिवार आधारित राजनीतिक दल है. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस में शामिल होने वाले लोगों को एक छोटी सी सलाह देना चाहूंगा कि राष्ट्रीय स्तर से लेकर बूथ स्तर तक के कोई भी भाजपा नेता कांग्रेस में शामिल हों वो कभी भी बड़े नेते नहीं बन सकते.