देश भर में लोग बैंकों से ज्यादा लोन लेते हैं और पैसा कम जमा करवाते हैं। जबकि हिमाचल प्रदेश में इससे उल्टा है। यहां लोग बैंको में पैसा जमा ज्यादा करवाते हैं जबकि लोन कम लेते हैं। उदहारण के रूप में पहाड़ी प्रदेश में देश के 60 फ़ीसदी लोन के मुकाबले में 42 फ़ीसदी ही लोन लिया जाता है। यानी कि हिमाचल में क्रेडिट डिपॉज़िट रेशो कम है। जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश की जनता नहीं उठा पा रहें है। ये जानकारी मुख्य सचिव हिमाचल सरकार राम सुभग सिंह ने बैंकर समिति की बैठक में दी।
राम सुभग सिंह ने कहा की कोरोना काल में सबसे ज़्यादा ट्रांसपोर्ट सेक्टर ओर पर्यटन क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। इसलिए इस क्षेत्र को उभारने के लिए सरकार ने सस्ती ब्याज दरों पर लोन देने का निर्णय लिया था। लेकिन बैंक लोगों को इसके साथ जोड़ नहीं पा रहे हैं। बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वह ऐसे मामलों का निबटारा जल्द कर सकें ताकि हिमाचल प्रदेश के लोगों की आर्थिक स्थिति सुधर सके। सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचे इसके लिए बैंको को ज़रूरी दिशानिर्देश दिए हैं।