कोरोना संक्रमण से पिता का शव वापिस नहीं ला सकती सरकार तो अस्तु ही ला दो घर। यह गुहार फौजी बेटे द्वारा जिला मंडी प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में लगाई है। मंगलवार को इस संबंध में पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी की अगुवाई में परिजनों तथा नेरचौक प्रेस क्लब का एक प्रतिनिधिमंडल एडीएम श्रवण मांटा से मिला। ज्ञापन में मांग की गई है कि कोरोना संक्रमण से सऊदी अरब में 15 जून को जिला मंडी के उपमंडल बल्ह के 55 वर्षीय दीनानाथ की मृत्यु हो गई थी के शव को वापस लाने की गुहार लगाई गई।
फौजी बेटे नीरज कुमार जोकि 17 जैक राइफल में बतौर राइफलमैन कार्यरत है ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है कि यदि कोरोना मृतक उनके पिता का शव सऊदी अरब से वापिस नहीं लाया जा सकता है तो उनके पिता का दाह संस्कार हिंदू रीति रिवाज के साथ सऊदी अरब के जुबेल में ही करवा दिया जाए तथा सम्मान पूर्वक उनकी अस्थियां घर वापस लाई जाएं।
गौरतलब है कि बल्ह विधानसभा के बैरी कोठी गांव के 55 वर्षीय दीनानाथ का देहांत सऊदी अरब के जुबेल में कोरोना संक्रमण से हो गया था। सूचना मिलने के बाद परिजनों ने प्रशासन से शव को वापस लाने की कई बार गुहार लगाई। लेकिन अभी तक सरकार और प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई भी पत्राचार परिजनों के साथ नहीं की गई है। जिसको लेकर परिवार वालों में खासा रोष है। सरकार और प्रशासन के असंवेदनशील रवैये से रुष्ट होकर मृतक के फौजी बेटे नीरज जोकि अपना 14 दिन का क्वरंटाइन अवधि समाप्त होने पर मंगलवार को प्रशासनिक कार्यालय पहुंचा और राष्ट्रपति से ज्ञापन के माध्यम से शव नहीं तो अस्थियां ही वापस भेजने की गुहार लगाई ताकि परिवार अपनी आस्था के मुताबिक परंपराओं का निर्वहन कर सकें।