<p>गगल एयरपोर्ट में लैंडिंग क्लियरेंस को लेकर लगातार चिंता बनी हुई है। यह समस्या एयरपोर्ट के आस पास पक्षियों की संख्या अधिक होने के चलते बढ़ी है। गगल एयरपोर्ट अधिकारी सोनम नोरबू का कहना है कि इस समस्या के बारे मे जिला प्रशासन को सूचित कर दिया गया है और उनसे इस विषय पर तुरंत कार्यवाही करने के आदेश जारी करने का आग्रह किया गया है।</p>
<p>मौजूदा समय में गगल एयरपोर्ट मे 4 से 5 फ्लाइट रोजाना चल रही हैं। एयरपोर्ट अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि लैंडिंग के दौरान मेनुअल तरीके से देखना पड़ता है कि लैंडिंग के दौरान कोई पक्षी आस पास तो नहीं आपको बता दें कि एक माह पहले भी दिल्ली से गगल आ रहे विमान से पक्षी टकराने के कारण विमान का एक हिस्सा डैमेज हो गया था आपको बता दे की इस विमान मे 3 से 4 विधायक भी मोजूद थे</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>टांडा से गगल आने में आ रही सबसे अधिक समस्या</strong></span></p>
<p>दिल्ली से गगल आ रहे विमान मे टांडा के आस पास अधिक समस्या आ रही है टांडा के आस पास के एरिया मे अधिक पक्षी होने के चलते विमान को एक बार पहले डैमेज हो चुका है जिसके चलते अभी जिला प्रशासन ने 3 किलोमीटर के एरिया मे बूचड़खानों पर रोक लगाई है</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>मैनुअल तरीके से करवाई जा रही है लैंडिंग</strong></span></p>
<p>गगल एयरपोर्ट में आधुनिक उपकरण लगने का बावजूद यहां पर लैंडिंग मैनुअल तरीके से करवाई जा रही है जिसका कारण एयरपोर्ट के आस पास पक्षियों की अधिक संख्या को लेकर बताया जा रहा है।</p>
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